भीलवाड़ा. जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने अवैध बजरी परिवहन को लेकर पिछले दिनों हुई बैठक में नाराजगी जाहिर की थी. जिसके बाद जिला कलेक्टर ने अवैध बजरी पर लगाम लगाने के लिए विशेष टास्क फोर्स का गठन किया है. इस स्पेशल टास्क फोर्स ने अब तक नदियों के पास छापामार कार्रवाई करते हुए 6100 टन अवैध बजरी जब्त की है और अवैध परिवहन के मामलों में 8 FIR दर्ज की गई हैं.
सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद भी जिले में अवैध बजरी के खनन और परिवहन का लगातार सिलसिला जारी है. भीलवाड़ा जिले की नदियों से बजरी का खनन कर पास ही के जिलों में महंगे दामों पर बेची जा रही है. लगातार हो रही अवैध बजरी परिवहन की शिकायत जब चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा को मिली जो भीलवाड़ा के प्रभारी मंत्री भी हैं. जिसके बाद पिछले दिनों प्रभारी मंत्री ने जिले का दौरा किया था, इस दौरान उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में अवैध बजरी खनन और परिवहन पर अपनी नाराजगी जताई थी.
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रघु शर्मा की तरफ से बजरी दोहन का मुद्दा उठाए जाने के बाद भीलवाड़ा जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते ने अवैध बजरी परिवहन पर लगाम लगाने के लिए विशेष टास्क फोर्स का गठन किया. जिसमें राजस्व, माइनिंग, फॉरेस्ट व परिवहन विभाग की एक संयुक्त टीम बनाई गई है. जो भीलवाड़ा जिले से गुजरने वाली बनास, कोठारी, मेंनाली, खारी और मानसी नदी में अवैध बजरी परिवहन पर नजर रखे हुए है और लगातार छापेमारी कार्रवाई कर रही है.
भीलवाड़ा खनिज अभियंता आसिफ मोहम्मद अंसारी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए बताया कि शासन के आदेश और मंत्री के निर्देश पर 15 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक अवैध बजरी पर लगाम लगाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. उसी के तहत हमने 6100 टन अवैध बजरी जब्त की है और 8 FIR दर्ज की हैं. विशेष टास्क फोर्स ने कार्रवाई करते हुए अब तक 2 ट्रेलर एक ट्रैक्टर भी जब्त किया है.
विशेष टास्क फोर्स की तरफ से यह कार्रवाई जिले के जीवों का खेड़ा, सौपुरा में की गई. विशेष टास्क फोर्स की चार टीमें बनाई गई हैं. प्रत्येक टीम में राजस्व, माइनिंग, फॉरेस्ट व परिवहन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद हैं और एक नोडल ऑफिसर बनाया है जो टीम को कोर्डिनेट करता है.