भीलवाड़ा. मंगलवार को जोधपुर में हुए उपद्रव को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia Verbal Attack on Gehlot) ने आज बिजोलिया उपखंड अधिकारी सीमा तिवारी को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा. वो दिनों के दौरे पर यहां पहुंचे हैं. भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया. जोधपुर हिंसा को सरकार की नाकामी करार दिया.
मारवाड़ के शांत शहर में दंगा!: पूनिया ने जोधपुर को मारवाड़ का सबसे शांत शहर करार दिया. साथ ही गहलोत सरकार को वर्तमान स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराया. बोले- जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई है तब से अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं. प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगड़ी हुई है पहले करौली मे दंगा हुआ अब मारवाड़ के सबसे शांत शहर जोधपुर में भी दंगा हुआ है. जोधपुर मे भी सरकार की इंटेलिजेंस और पुलिस फेल है लेकिन इस पर भी मुख्यमंत्री की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई.
गहलोत पर 'कई ख्याल' रखते हैं पूनिया: मीडिया का गहलोत को लेकर राय पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा- मेरा ख्याल गहलोत के प्रति एक नहीं अनेक है. 40 महीनों से राजस्थान में कानून का राज खत्म हो गया है. 7 लाख से ज्यादा एफ .आई. आर .दर्ज हुई है. महिला व दलितों पर अत्याचार बढ़ रहे हैं. लगातार बहुसंख्यक समाज के लोगों पर हमले हो रहे हैं. यह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति का सीधा- सीधा प्रतिफल है.
फिर दोहराया- गहलोत का PFI प्रेम: अकसर पूनिया सीएम पर बात करते हुए PFI संग उनके रिश्तों का ताना बाना बुनते हैं. यहां भी उन्होंने एक बार फिर पीएफआई का जिक्र किया. कहा- करौली से लेकर जोधपुर की तमाम घटनाएं संकेत करती हैं कि अशोक गहलोत पी.एफ.आई से (Poonia On Jodhpur Violence) प्रेम करते हैं .बहुसंख्यक समाज के लोगों को दुत्कारते हैं इसलिए बहुसंख्यक समाज के लोग अपने अधिकारों के लिए स्वतंत्र हैं.
ज्यादती के खिलाफ प्रदेशभर से सौंपे गए ज्ञापन: पूनिया ने कहा- आज प्रदेश के तमाम उपखंड मुख्यालय पर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा जा रहा है. मैं आज भीलवाड़ा जिले के प्रवास पर हूं इसलिए यहां क्षेत्र से भाजपा विधायक गोपाल खंडेलवाल व भाजपा जिलाध्यक्ष लादू लाल तेली की मौजूदगी में उपखंड अधिकारी को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा है. जोधपुर की घटना बड़ी हृदय विदारक है राजस्थान जैसे शांतिप्रिय प्रदेश में दंगे होना सरकार की नाकामी है.