भीलवाड़ा. जिले की सेठ मुरलीधर मानसिंहका कन्या महाविद्यालय की छात्रा ने 17 दिन पहले अपने ससुराल में आत्महत्या कर ली थी. ऐसे में अभी तक पुलिस इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर पाई है. जिसके बाद शनिवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बैनर तले छात्र-छात्राओं ने परिजनों के साथ जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया.
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वहीं प्रदर्शन के बाद उन्होंने पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा को ज्ञापन भी सौंपा. जिसमें दोषियों के खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई करने की मांग की. वहीं विद्यार्थी परिषद ने चेतावनी भी दी कि यदि मांगें जल्द पूरी नहीं की गई, तो आने वाले समय में उग्र आंदोलन किया जाएगा.
मृतका की मां लाडी गाडरी ने कहा कि मेरी बेटी लीला गाडरी जिसका विवाह गांधीनगर निवासी जगदीश गाडरी के साथ हुई थी, वह शादी के बाद से ही आए दिन शराब पीकर मेरी बेटी के साथ मारपीट करता था. आए दिन मारपीट से परेशान होकर मजबूरन मेरी बेटी को आत्महत्या करनी पड़ी. जिसकी शिकायत प्रताप नगर थाने में करवाई, लेकिन आत्महत्या के 17 दिन बीत जाने पर भी पुलिस ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है. जिसके कारण आज हम पुलिस अधीक्षक के समक्ष पेश हुई हूं.
मेरी बेटी को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले आरोपी उसके पति जगदीश गाडरी के खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई की जाए. जिससे कि आने वाले समय में लोग कानून से डर और बेटियों के साथ ऐसी घटना कभी किसी के साथ नहीं हो. वहीं दूसरी तरफ मृतका के सहपाठी माया पुरबिया ने कहा कि सेठ मुरलीधर मानसिंहका महाविद्यालय की छात्रा की शादी के बाद से ही आए दिन उसका पति उसे शराब पीकर प्रताड़ित कर रहा था. जिसके कारण मजबूरन लीला गाडरी को खुदकुशी करनी पड़ी. घटना के 17 दिन बीत जाने पर भी पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई.
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जिसके कारण शनिवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन के बाद पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा को ज्ञापन सौंपकर उक्त मामले में तुरंत कार्रवाई करने की मांग की गई. यदि पुलिस का ऐसा ही रवैया रहा तो आने वाले समय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से उग्र आंदोलन किया जाएगा.