भीलवाड़ा. केंद्र सरकार के नए कृषि कानून को लेकर देश में जगह-जगह धरना, प्रदर्शन और आंदोलन हो रहे हैं. वहीं, गणतंत्र दिवस के दिन देश की राजधानी दिल्ली में किसानों ने उग्र प्रदर्शन किया. यहां तक कि लाल किले की प्राचीर पर भी किसानों ने झंडा फहराने की कोशिश की थी. इस घटनाक्रम को लेकर आज बुधवार को प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ राजनेता व पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर ने दिल्ली में हुए हमले का किसान संगठनों के साथ ही कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया है.
कालू लाल गुर्जर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि कल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन किसान आंदोलन के नाम से जिन लोगों ने देश के गौरवशाली इतिहास को बिगाड़ने का काम किया है, उन्होंने यह शर्मनाक काम किया है. उनका कोई भी हामी नहीं हो सकता है. पूरे भारत के लोगों ने इसका खंडन किया है. यह सारी योजना प्रतिपक्ष के लोग कांग्रेस, कम्युनिस्ट व वामपंथी दल मिलकर षड्यंत्र रचा है. जहां इन भोले-भाले किसानों को बहका कर कुछ किसानों को साथ लाए और कृषि कानून को गलत बताया. इस आंदोलन में किसान कम थे और असामाजिक तत्व ज्यादा थे. किसान संगठन के नाम से खालिस्तान का एक गिरोह है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि खराब करना चाहता है. कल जो घटना हुई वह अन्याय पूर्ण है.
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उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी और केजरीवाल भी किसान आंदोलन को समर्थन कर रहे थे. कल के आंदोलन के लिए किसान संगठन के नेता राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव यहां तक कि राहुल गांधी और केजरीवाल भी दोषी हैं, उन पर भी कठोर कार्रवाई होनी चाहिए. कल (26 जनवरी) दिल्ली की घटना ने पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी भारत के खिलाफ बोलने का मौका दे दिया, जो बिल्कुल गलत है. यानी भाजपा अब कल दिल्ली में हुए आंदोलन को लेकर हमलावर हो गई है. अब देखना यह होगा कि दिल्ली में जो घटना हुई है उस पर भारत सरकार क्या कदम उठाती है.