भीलवाड़ा. जिले में कोरोना वायरस के 13 मरीज पॉजिटिव मिलने के बाद जिला प्रशासन अलर्ट है. वहीं, जिला प्रशासन ने शुक्रवार से ही भीलवाड़ा शहर में अघोषित समय के लिए कर्फ्यू लगा दिया था. भीलवाड़ा की सीमाओं को सील बंद कर दिया. लेकिन, भीलवाड़ा के एंट्री प्वाइंट पर सीमा पर सील बंद करने वाले अधिकारी खुद इस मामले को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं.
राष्ट्रीय राजमार्ग 79 पर एंट्री प्वाइंट पर हुरडा तहसीलदार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया है, जहां से वाहन की चेकिंग के बाद ही भीलवाड़ा में प्रवेश दिया जाता है. लेकिन, वहां सभी कर्मचारी और दूसरे अधिकारी तो मास्क लगा रखे हैं, लेकिन जो टीम के इंचार्ज तहसीलदार हैं, वो बिना मास्क लगाए ही लोगों को निर्देश दे रहे हैं. जब तहसीलदार रमेश चंद्र से ईटीवी भारत ने इस संबंध में पूछा तो वो बहाने करने लगे. उन्होंने कहा कि मैं पहले मास्क लगा रहा था, लेकिन एक बार मास्क पहनने के बाद उसको फेंक दिया.
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इस दौरान ईटीवी भारत की टीम ने भीलवाड़ा जिले की सीमा सील बंद सीमाओं का जायजा लिया तो नजर आया कि वाहनों को पुलिसकर्मी रुकवाकर उनकी जांच कर रह हैं. इसके बाद ही भीलवाड़ा में प्रवेश दिया जा रहा है. एंट्री पॉइंट पर तैनात शिक्षक रामकिशोर ने कहा कि जब से जिला प्रशासन ने निर्देश जारी किए हैं, तब से हम यहां मौजूद हैं और प्रत्येक गाड़ियों को जब पुलिसकर्मी रुकवाते हैं तो सभी लोगों की स्क्रीनिंग करवाकर उसका पूरा विवरण हमारे पास लिखा जाता है. उसके बाद ही आगे प्रवेश दिया जा रहा है.
पुलिस अधिकारी महावीर प्रसाद ने कहा कि हर वाहन को यहां बारीकी से चेक किया जाता है और उस वाहन में जितने भी यात्री होते हैं, उनकी स्कीनिंग करवाने के बाद ही आगे प्रवेश दिया जा रहा है. वहीं, एन्ट्री पाइन्ट पर जांच करवाने वाले सूर्य प्रकाश ने कहा कि लोगों को सजग होना बहुत ही जरूरी है. यहां हर एक यात्रीगण की जांच की जा रही है. उसके बाद ही प्रवेश दिया जाता है.