भीलवाड़ा. कोरोना संक्रमण की चेन को खत्म करने के लिए प्रदेश के तमाम होटल रेस्टोरेंट और रिसोर्ट बंद थे. लेकिन अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इन सभी को खोलने के आदेश जारी कर दिए हैं. जिसके बाद राजनीतिक सियासत भी शुरू हो गई है. भाजपा के पूर्व मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर ने इस मुद्दे को राज्यसभा चुनावों से जोड़ दिया है.
कालू लाल गुर्जर का कहना है कि मुख्यमंत्री ने कांग्रेस से भागने वाले विधायकों को बचाने के लिए होटल, रेस्टोरेंट और रिसोर्ट खोले हैं. ताकि इन विधायकों की बाड़ेंबंदी कर उन्हें इन होटलों में रखा जा सके. जिससे ये विधायक पार्टी छोड़ कर भागे नहीं और राज्यसभा चुनाव में उनके उम्मीदवार को मत दे सकें. गुर्जर ने कहा कि होटल, रेस्टोरेंट और बड़े-बड़े मॉल को खोल दिया गया है, जिससे कोरोना संक्रमण के बढ़ने का खतरा ज्यादा हो गया है. उनका कहना है कि अगर कुछ दिन बाद इन्हें खोला जाता तो ज्यादा अच्छा रहता.
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कालू लाल गुर्जर के मुताबिक पूरे देश में कांग्रेस की हालत बहुत खराब है. देश के हर कोने से कांग्रेस के विधायक अपनी पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं. वे दूसरी पार्टी में भाग रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि होटल, रेस्टोरेंट और रिर्सोट खुलवाने के पीछे का मकसद कांग्रेसी और निर्दलीय विधायकों को शरण देना है.
उन्होंने कहा कि पहले जब राज्यसभा चुनाव प्रस्तावित थे. तब दूसरे राज्य के विधायकों को भी राजस्थान में लाया गया था और रिसोर्ट में ठहराया था. लेकिन कोरोना की वजह से चुनाव कैंसिल हो गए. अब हाल ही में राज्यसभा चुनाव को लेकर वापस दूसरे राज्यों से विधायकों को राजस्थान के रिसोर्ट में ठहराया जा रहा है.