भीलवाड़ा. जिले में बजरी माफियाओं का कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. बजरी माफियाओं की ओर से किए गए हमले में जहाजपुर एसडीएम के चालक की हत्या का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि मांडल थाना क्षेत्र में एक और घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया.
दरअसल, गुरुवार को भीलवाड़ा के मांडल थाना क्षेत्र में आरजिया गांव में पानी लेकर घर लौट रहे एक किशोर को बजरी से भरे ट्रैक्टर ने टक्कर मार दी, जिसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उपचार के दौरान किशोर ने दम तोड़ दिया. इसके बाद मृतक के परिजनों ने अस्पताल में चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया. इस पर परिजनों ने मुआवजे की मांग करते हुए शव को उठाने से भी इनकार कर दिया.
मृतक के परिजन राम कंवर ने कहा कि उनका भांजा त्रिलोक गांव की नदी किनारे पानी लेकर मोटरसाइकिल से घर लौट रहा था, तभी तेज रफ्तार से आए बजरी से भरे ट्रैक्टर ने उसे टक्कर मार दी, जिसे घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती करवाया गया. राम कंवर का आरोप है कि अस्पताल में घंटों तक चिकित्सकों ने उस पर ध्यान नहीं तक दिया, जिसके चलते उसने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया.
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वहीं, दूसरी ओर ग्रामीण शरद सिंह ने कहा कि जिले के जहाजपुर एसडीएम के चालक की बजरी माफियाओं के चलते मौत का मामला शांत भी नहीं हुआ कि आज एक बार फिर आरजिया गांव के एक घर का चिराग बुझने का कारण बजरी माफियाओं का आतंक बन गया. बजरी माफियाओं के कारण हो रही लगातार मौतों पर पुलिस भी कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. ऐसे में वे चाहते हैं कि ट्रैक्टर चालक पर सख्त कार्रवाई की जाए और मृतक के परिजनों को 20 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए. साथ ही अस्पताल में हो रही लापरवाही पर जल्द ही कार्रवाई की जाए और जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जाएगी तब तक ग्रामीण शव को नहीं उठाएंगे.
मांडल थाना प्रभारी राजेंद्र गोदारा ने कहा कि गुरुवार को रेत से भरे ट्रैक्टर की टक्कर से किशोर की मौत का मामला सामने आया है. इस पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ट्रैक्टर और बाइक को कब्जे में ले लिया है. वहीं, मौके से ट्रैक्टर चालक फरार हो गया था, जिसे पुलिस तलाश रही है. फिलहाल, पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है.