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भीलवाड़ा: दलहनी फसलों में फैला पीलापन का प्रकोप, नष्ट हो रही फसल से किसान चिंतित - etvbharat news

भीलवाड़ा में सावन माह में इस बार मानसून सक्रिय नहीं रहा, लेकिन भादो माह में मानसून सक्रिय हुआ है. जिससे दलहनी फसलों में पीलापन का प्रकोप बढ़ गया है. जिसके चलते किसान चिंतित है. ईटीवी भारत से बात करते हुए एक किसान ने बताया कि इस बार पहले कोरोना ने कमर तोड़ दी और अब फसल में पीलापन का प्रकोप फैल गया है. जिससे उनकी फसल पूरी तरह से नष्ट हो रही है.

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फसलों में फैला पीलापन
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Published : Sep 4, 2020, 12:58 PM IST

भीलवाड़ा. जिले में आसमान में बादल छाए रहने से दलहनी फसलों में कीटों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. जहां सितंबर में पिछले 2 दिन से अच्छी बरसात होने के कारण फसलों में धीरे-धीरे पीलापन का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. इसके साथ ही इसके कारण कहीं जगह खलियानों से फसलें नष्ट हो गई है. जिले में मक्का के बाद सबसे ज्यादा दलहनी फसलों की बुवाई होती है. भीलवाड़ा कृषि विभाग के अनुसार 44000 हेक्टेयर भूमि में दलहनी फसलों की बुवाई हो रखी है.

नष्ट हो रही फसलों से किसान चिंतित

ईटीवी भारत की टीम भीलवाड़ा जिले के मांडल, शाहपुरा, कोटड़ी, गुलाबपुरा और हुरडा क्षेत्र की फसलों की स्थिति का जायजा लिया. जहां उड़द की फसल खलियानों से नष्ट हो गई है. कंवलियास के किसान महेंद्र ने कहा कि पहले तो कोरोना की वजह से हमें मजदूरी नहीं मिल रही है, वहीं अब इस बार फसल में पीलापन का प्रकोप बढ़ गया है. जिससे हमारी उम्मीद पर पानी फिर गया है. हमारे पूरे खेत से फसल नष्ट हो गई है.

पढ़ेंः सतीश पूनिया भी कोरोना पॉजिटिव, प्रदेश भाजपा के लगभग ये नेता आ चुके हैं संक्रमण की चपेट में

अब इस उड़द की फसल में बिल्कुल उपज नहीं होगी. हमने कर्जदारी लेकर 10 बीघा उड़द की फसल बोई है जो अभी नष्ट हो गई है. साथ ही कहा कि हम तो यह चाहते हैं कि सरकार हमारी कुछ कुछ मदद करें, जिससे हमें कुछ राहत मिल सके.

भीलवाड़ा. जिले में आसमान में बादल छाए रहने से दलहनी फसलों में कीटों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. जहां सितंबर में पिछले 2 दिन से अच्छी बरसात होने के कारण फसलों में धीरे-धीरे पीलापन का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. इसके साथ ही इसके कारण कहीं जगह खलियानों से फसलें नष्ट हो गई है. जिले में मक्का के बाद सबसे ज्यादा दलहनी फसलों की बुवाई होती है. भीलवाड़ा कृषि विभाग के अनुसार 44000 हेक्टेयर भूमि में दलहनी फसलों की बुवाई हो रखी है.

नष्ट हो रही फसलों से किसान चिंतित

ईटीवी भारत की टीम भीलवाड़ा जिले के मांडल, शाहपुरा, कोटड़ी, गुलाबपुरा और हुरडा क्षेत्र की फसलों की स्थिति का जायजा लिया. जहां उड़द की फसल खलियानों से नष्ट हो गई है. कंवलियास के किसान महेंद्र ने कहा कि पहले तो कोरोना की वजह से हमें मजदूरी नहीं मिल रही है, वहीं अब इस बार फसल में पीलापन का प्रकोप बढ़ गया है. जिससे हमारी उम्मीद पर पानी फिर गया है. हमारे पूरे खेत से फसल नष्ट हो गई है.

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अब इस उड़द की फसल में बिल्कुल उपज नहीं होगी. हमने कर्जदारी लेकर 10 बीघा उड़द की फसल बोई है जो अभी नष्ट हो गई है. साथ ही कहा कि हम तो यह चाहते हैं कि सरकार हमारी कुछ कुछ मदद करें, जिससे हमें कुछ राहत मिल सके.

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