भीलवाड़ा. जिले के ग्रामीण क्षेत्र में इस बार खलियानों में चने की फसल लहलहाने लग गई है. चने के पौधों पर भी फूल लग गए हैं. किसान भगवान से प्रार्थना कर रहे है कि इस बार अच्छी उपज हो जिससे हमें घर चलाने में कोई दिक्कत ना हो. भीलवाड़ा जिले में साल 2019 की तुलना में साल 2020 में मानसून सक्रिय था. जिस कारण साल 2020 में रबी की फसल के रूप में गेहूं, जौ और सरसों की कम मात्रा में बुवाई हुई. जहां किसानों ने ध्यान रखते हुए कम सिंचाई की फसल की बुवाई की थी. जिसके तहत भीलवाड़ा जिले में सबसे ज्यादा चने की फसल की बुवाई हुई.
जहां वर्ष 2019 की तुलना में 2020 में सबसे ज्यादा चने की फसल की बुवाई हुई है. भीलवाड़ा कृषि विभाग के आंकड़े की बात करें तो जिले मे 60 हजार हेक्टेयर भूमि में चने की फसल की बुवाई हुई है. यह भीलवाड़ा जिले के मांडलगढ़, हुरडा ,गुलाबपुरा, शाहपुरा क्षेत्र में सबसे ज्यादा बुवाई हुई है. जहां वर्तमान में जनवरी माह में खलियान में यह फसल लहला रही है. किसान अपनी उम्मीद से फसल को निहार रहे है. किसान ने बताया की वर्तमान में फसल अच्छी है. हमने 20 बीघा चने की फसल बो रखी है.
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एक पखवाड़े पहले कुछ बारिश हुई है जिससे फसल अच्छी हो गई है. दिसंबर माह में एक बार शीत लहर के चपेट में आने से कुछ पौधे सूख गए हैं. लेकिन वर्तमान में सभी पौधे अच्छे हैं और फ्लावरिंग भी हो चुकी है. कई पौधे में तो दाने बनने लग गए हैं. ऐसे में हमें उम्मीद है कि मार्च माह तक फसल परिपक्व होकर तैयार हो जाएंगे. अगर मौसम साथ दे तो पिछले साल जैसा ही अच्छा उत्पादन हो सकता है.