भीलवाड़ा. समाज कल्याण विभाग के सहायक निदेशक शरद शर्मा की हार्ट अटैक से मौत के बाद यह मामला काफी गरमा सा गया है. परशुराम महोत्सव समिति के बैनर तले समस्त ब्राह्मण समाज ने शर्मा की मौत पर रोष प्रकट किया है.
समाज के लोगों ने यह आरोप लगाया कि समाज कल्याण विभाग में शर्मा का कार्य राजस्थान में प्रथम होने के बावजूद जिला परिषद के सीईओ गोपाल राम बिरडा ने उन्हें कारण बताओं नोटिस दिया था. जिसके कारण वे तनाव में थे और उनकी मौत हो गई.
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विप्र फाउंडेशन के जिलाध्यक्ष कैलाश सुल्तानियां ने इसकी निष्पक्ष जांच की मांग कर दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. वहीं, भीलवाड़ा जिला कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष रामपाल शर्मा ने कहा कि मैं इस मामले को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अवगत करवाऊंगा.
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शरद शर्मा गंगापुर के सहाडा से कांग्रेस विधायक कैलाश त्रिवेदी के निकट रिश्तेदार हैं और जिला परिषद के सीईओ ने शरद शर्मा के साथ कोरोना रोकथाम में सफल रहे भीलवाड़ा मॉडल के अहम किरदार सीएमएचओ डॉ. मुस्ताक खान को नोटिस दिया.