भीलवाड़ा. प्रदेश में कोरोना की शुरुआत सबसे पहले भीलवाड़ा से शुरू हुई. जिसके बाद भीलवाड़ा कोरोना का हॉटस्पॉट बन गया था. वहीं कोरोना वारियर्स की मेहनत के बाद पूरे देश में भीलवाड़ा मॉडल विख्यात हुआ. ऐसे में अब जिले के स्वास्थ्य विभाग ने आने वाली कोरोना वैक्सीन की पूर्ण रूप से तैयारियां कर ली है.
यही नहीं आने वाली कोरोना वैक्सीन को सर्वप्रथम चिकित्सा कर्मियों पर इस्तेमाल किया जाएगा. जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने चिकित्सा कर्मियों का डेटाबेस एकत्रित कर लिया है. साथ ही कोरोना वैक्सीन को रखने के लिए कोल्ड स्टोरेज भी तैयार कर लिया गया है. जिसमें वैक्सीन को रखा जाएगा और चिकित्सक कर्मियों को यह वैक्सीन लगाने की ट्रेनिंग भी दी जाएगी.
आरआरटी प्रभारी घनश्याम चावला ने कहा कि प्रदेश की सरकार की मंशा है कि आने वाली कोरोना वैक्सीन सर्वप्रथम कोरोना की लड़ाई में आगे वाली लाइन में रहने वाले चिकित्सक, हेल्थ वर्कर, आशा सहयोगिनी, एएनएम, कंपाउंडर के साथ ही स्वास्थ्य मित्र, ग्राम साथिन स्वास्थ्य कर्मियों पर इस्तेमाल की जाए. जिसके लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली है. इस वैक्सीन के लिए ग्रामीण क्षेत्र से लगभग 8 से 9 हजार कोरोना योद्धाओं और चिकित्सक कर्मियों का डेटाबेस एकत्रित कर भेज दिया गया है.
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वहीं शहरी क्षेत्र की ओर देखा जाए, तो शहरी क्षेत्र में लगभग 2 से 3 हजार लोगों का डेटाबेस तैयार हो चुका है. कोरोना की लड़ाई हेल्थ केयर में काम करने वाले चाहे किसी भी प्रकार का व्यक्ति हो, उस व्यक्ति को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी. वहीं चावला ने यह भी कहा कि कोरोना वैक्सीन को स्टोर करने के लिए एक कोल्ड स्टोरेज भी तैयार कर लिया है. जिसमें आने वाली कोरोना वैक्सीन को रखा जाएगा. इसके सहारे वैक्सीन लगने के बाद स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना वैक्सीन इस्तेमाल करने के लिए ट्रेनिंग भी दी जाएगी. जिसके बाद यह हेल्थ वर्कर आगे आमजन तक कोरोना वैक्सीन को पहुंचाएंगे.