भीलवाड़ा. जिले में गुरुवार को अवैध शराब से 4 व्यक्तियों की मौत के मामले के बाद राजनीतिक सियासत भी शुरू हो गई है. वहीं, शुक्रवार को क्षेत्रीय भाजपा विधायक गोपाल खंडेलवाल शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने पुलिस और प्रशासन को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि इस घटना के जिम्मेदार प्रशासन और पुलिस है. इन्हीं के कारण ये घटना हुई है, अगर समय रहते कार्रवाई करते तो ऐसी घटना नहीं होती.
भीलवाड़ा जिले के मांडलगढ़ विधानसभा क्षेत्र के सारण का खेड़ा गांव में अवैध हथकढ़ शराब पीने से एक महिला सहित चार लोगों की मौत हो गई और पांच गंभीर मरीजों का उपचार भीलवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल में चल रहा है. घटना की सूचना मिलते ही जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते और जिला पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा भी मांडलगढ़ क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं. जिला पुलिस अधीक्षक ने मांडलगढ़ थाना प्रभारी सहित तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से मृतकों को दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए देने की घोषणा की है. आबकारी विभाग ने भी क्षेत्र की शराब की दुकानों को सील बंद करते हुए सैम्पल लिए. वहीं आबकारी आयुक्त भी मांडलगढ़ पहुंच चुके हैं. मांडलगढ़ विधानसभा क्षेत्र में घटना होने के कारण क्षेत्र से भाजपा विधायक गोपाल खंडेलवाल भी सारण का खेड़ा गांव में पहुंचे और शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया. इस दौरान पुलिसकर्मियों से भी उनकी नोकझोंक हो गई और उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासन की मिलीभगत के कारण ही क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री जोरों पर है.
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भाजपा विधायक गोपाल खंडेलवाल ने प्रेस से मुखातिब होते हुए कहा कि मांडलगढ़ विधानसभा क्षेत्र में प्रशासन और पुलिस की मिलीभगत के कारण ही हमेशा अवैध शराब की बिक्री होती है. मैंने कई बार प्रशासन और पुलिस को सूचना भी दी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई यहां तक कि उनके विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी रहे विवेक धाकड़ पर भी चुटकी लेते हुए कहा कि भले ही वो विधायक नहीं है, लेकिन उनकी स्थानीय पुलिस एस्कॉर्ट करती है. जबकि मैं यहां का जनप्रतिनिधि होने के बाद भी हमारी बात को बिल्कुल तवज्जों नहीं देती है. इसलिए आज ऐसी घटना हुई.