भीलवाड़ा. जिले के मांडल थाना क्षेत्र के समेलिया गांव में 15 दिन पहले लापता हुए रतन लाल गाडरी की मौत को ग्रामीण हत्या बता रहे हैं. इस सिलसिले में ग्रामीणों ने सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पर जमकर विरोध-प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने पुलिस पर मामले की लीपापोती करने का भी आरोप लगाया है.
ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने अब तक की जांच में कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. यही वजह है कि अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं. ग्रामीणों ने प्रशासन से मामले में जांच अधिकारी बदलने की मांग की है.
मृतक के भाई भवानी शंकर ने बताया कि 15 दिन पहले मेरा छोटा भाई घर से यह कह कर गया था कि मैं थोड़ी देर में वापस लौट रहा हूं और वह घर नहीं लौटा. वहीं 8 सितंबर को मेजा बांध में उसका शव मिला था. अज्ञात बदमाशों ने मेरे भाई रतन लाल गाडरी को पानी में डूबा कर हत्या कर दी थी.
वहीं पुलिस इस मामले में लीपापोती कर रही है और ना ही ठीक से कोई कार्रवाई कर रही है. अब तक की कार्रवाई में उन्होंने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. इसलिए हत्या के आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं. सोमवार को हम ने जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया. जिसमें हमारी मांग है कि इस मामले में जांच अधिकारी बदला जाए और हत्या के आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए.