भीलवाड़ा. जिले के मंडपिया इलाके में एक 7 महीने के मासूम बच्चे को एक भोपा ने गर्म सलाखों से दाग दिया. मां अपने बच्चे का इलाज कराने के लिए भोपा के पास गई थी. बच्चे को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. इसी के चलते उसे गर्म सलाखों से दाग दिया. दागने की वजह से बालक की हालत और ज्यादा बिगड़ गई. हालत बिगड़ने पर नवजात को मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया है. पुलिस ने नवजात के माता-पिता के बयान दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. अंधविश्वास के चलते एक मां ने अपने मासूम का जीवन खतरे में डाल दिया.
जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश के नीमच जिले के घाटोदी निवासी शंभु भील भीलवाड़ा शहर में मजदूरी का कार्य करता है. उसके 7 माह के बेटे सुनील की कुछ दिनों से तबीयत खराब चल रही थी. सांस चलने के कारण परिजन दवा भी दे रहे थे.
करीब 5 दिन पहले शंभू काम पर चला गया. जबकि पीछे उसकी पत्नी शांति ने किसी से देशी इलाज के बारे में सुना. इस पर वह अपने नवजात बेटे को भीलवाड़ा जिले के मंडपिया क्षेत्र में एक धर्मस्थल पर भोपा के पास ले गई. भोपा ने नवजात सुनील की पेट को गर्म सलाखों से दाग दिया. दागने के चलते बालक की हालात बिगड़ गई. इस पर उसे मातृ एवं शिशू चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया.
मासूम जिला अस्पताल में भर्ती
शिशु विशेषज्ञ डॉ. जुबैर खान के अनुसार बालक की हालत नाजुक है. बालक को निमोनिया हो गया है. इसलिए सांस लेने में दिक्कत हो रही है. बालक का जिला अस्पताल में इलाज जारी है. बता दें कि शंभू अभी परिवार सहित भीलवाड़ा शहर के दादाबाड़ी क्षेत्र में एक मंदिर परिसर स्थित क्वार्टर में रहकर मजदूरी करता है. पुलिस ने नवजात के माता -पिता के बयान दर्ज कर जांच शुरू कर दी.