उदयपुर : झीलों की नगरी उदयपुर में जल प्रबंधन और संरक्षण पर एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस "वाटर विजन-2047" का उद्घाटन हुआ. इस अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटील और विभिन्न राज्यों के जल मंत्री मौजूद थे. कॉन्फ्रेंस की शुरुआत राजस्थानी परंपरा के अनुसार मेहमानों का स्वागत करने से हुई. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उपस्थित सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए इस आयोजन का महत्व बताया.
कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन जल कलश सेरेमनी के साथ हुआ. इस समारोह में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा, हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव और अन्य राज्य नेताओं के साथ जल संसाधन, जल स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, ग्रामीण विकास, पंचायती राज, वन और पर्यावरण मंत्री और अधिकारी भी शामिल हुए.
कॉन्फ्रेंस के पहले दिन उद्घाटन सत्र में जल कलश सेरेमनी का आयोजन किया गया, जिससे इस सम्मेलन की शुरुआत हुई. इस आयोजन में विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, मंत्री और अधिकारी भाग ले रहे हैं, जो जल प्रबंधन और संरक्षण के महत्व को लेकर अपने विचार साझा कर रहे हैं.
इसमें ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी, जल संसाधन मंत्री आंध्रप्रदेश डॉ. निम्मला राम नायडू, ग्रामीण विकास मंत्री बिहार श्रवण कुमार और अधिकारी सेशन में उपस्थित होंगे. शाम 5 बजे से 'वाटर डिलीवरी सर्विसेज विद फोकस ऑन ड्रिंकिंग वाटर' थीमैटिक सेशन आयोजित होगा. इसमें केन्द्रीय राज्य जल शक्ति मंत्री वी. सोमन्ना, ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री कर्नाटक प्रियांक खड़गे, पीएचई एंड डब्ल्यूएस मंत्री अरुणाचल प्रदेश मामा नातुंग, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री ओडिशा रबी नारायण नाइक सहित संबंधित अधिकारी सेशन में संबोधित करेंगे.
दूसरे दिन 'वाटर डिलीवरी सर्विसेज विद फोकस ऑन इरिगेशन एंड अदर्स यूज', 'डिमांड मैनेजमेंट एंड वाटर यूज एफिशिएंसी', 'इंटीग्रेडेट रिवर एंड कोस्टल मैनेजमेंट' थीमैटिक सेशन होंगे. दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस में केन्द्रीय राज्य जल शक्ति मंत्र राज भूषण चौधरी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी उपस्थित रहेंगे. वहीं, लद्दाख के लेफ्टिनेंट गवर्नर डॉ. बी.डी. मिश्रा, आंध्रप्रदेश अरूणाचल प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, हरियाणा, जम्मू एंड कश्मीर, कर्नाटक, केरल, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, मेघालय, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडू, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, वेस्ट बंगाल, पुडुचेरी और मणिपुर राज्यों से मंत्री उपस्थित होंगे. इनके साथ ही, विभिन्न राज्यों के मुख्य सचिव, अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख शासन सचिव भी कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेंगे.