भीलवाड़ा. जिले में मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ते ही अंधविश्वास के चलते मासूमों को दांव लगाने वाले भी सक्रिय होने लग गए हैं. जिले के बिजोलिया पुलिस थाना क्षेत्र के इंद्रपुरा गांव में निमोनिया के इलाज के नाम पर एक 10 माह की मासूम बालिका को गर्म सलाखों से दागने के बाद उसे गंभीर अवस्था में इलाज के लिए महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया है. जहां उसकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है.
महात्मा गांधी चिकित्सालय के प्रिंसिपल मेडिकल ऑफिसर डॉ. अरुण गौड़ ने कहा है कि बिजोलिया थाना क्षेत्र के इंद्रपुरा गांव में रहने वाले कैलाश भील और चंदू भील की 10 माह की पुत्री को गत दिनों निमोनिया हो गया था. जिसे अंधविश्वास के चलते परिजनों ने गर्म सलाखों से दगवा दिया. जिसके कारण उसकी हालत ज्यादा खराब हो गई.
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हालत ज्यादा खराब होने पर उसे महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया है. गौड़ का कहना है कि साल में अब तक दर्जन भर से अधिक ऐसे मामले आ चुके हैं. गौड़ ने यह भी कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में इस अंधविश्वास को रोकने के लिए हमें ग्रास रूट तक सघन अभियान चलाना होगा. जिससे कि लोग जागरूक हो सकें.