भीलवाड़ा. जिले में आने वाली वर्षा ऋतु में पर्यावरण शुद्धिकरण के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाए जाएंगे. इसको लेकर वन विभाग ने अभी से तैयारी शुरू कर दी हैं. वहीं, इस साल जिले में छह लाख फलदार, छायादार और औषधीय पौधे लगाए जाएंगे. जिले में गिरते वनों को लेकर वनों का प्रतिशत बढ़ाने के लिए अभी से वन विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है.
भीलवाड़ा वन विभाग की तमाम नर्सरियों में अभी से छोटे-छोटे पौधे की पौध तैयार की जा रही है. भीलवाड़ा वन विभाग के उप वन संरक्षक देवेंद्र प्रताप सिंह जागावत ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि पर्यावरण संवर्धन के लिए इस साल जुलाई माह में विभागीय वृक्षारोपण का आयोजन होगा. जिसके तहत जिले में लोगों को प्लांट भी वितरित किए जाएंगे.
वन विभाग की ओर से जिले में इस बार 2 लाख 30 हजार पौधारोपण का लक्ष्य रहेगा. वहीं, मनरेगा के तहत जिले में 2 लाख 85 हजार पौधे लगाए जाएंगे. इस बार नीम, बरगद, पीपल, छायादार और कांटेदार पौधे लगाए जाएंगे. इन पौधों की अलग-अलग रेट होगी. जो लोगों को वितरित किए जाएंगे.
पढ़ें- लॉकडाउन: भीलवाड़ा में वस्त्र उद्यमियों की टूटी कमर, 4 हजार करोड़ रुपए का नुकसान
बता दें कि जिले में 652 हेक्टेयर में 6 लाख पौधे लगाए जाएंगे. इस साल वृक्षारोपण के लिए हमारे जिले की छह रैजो कि 17 नर्सरियों में अभी पौधशाला शुरू हो गई है. छोटे-छोटे बीजों से पौधे तैयार किए जा रहे हैं. जिससे पौधों को वर्षा ऋतु में अधिक से अधिक लगाया जा सके. अब देखना ये होगा कि जिले में पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए वन विभाग ने जो पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है वो वर्षा ऋतु में पूरा हो पाता है या नहीं.