भरतपुर. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकार की तरफ से भरपूर प्रयास किए जा रहे हैं. लेकिन लोगों ने अब इस बीमारी से बचने के लिए भगवान का दरवाजा भी खटखटाना शुरू कर दिया है. यहीं वजह है कि पूर्व में शीतलाष्टमी मनाए जाने के बावजूद बुधवार को फिर से महिलाओं ने शीतला माता की पूजा की गई.
बता दें कि उच्चैन क्षेत्र के कई गांवों की महिलाओं ने बुधवार को मंदिर पहुंचकर शीतला माता का पूजन किया. साथ ही बास्योड़ा भी बनाया. वहीं 1 दिन पूर्व मंगलवार को जिले के कई गांव में गोवर्धन पूजा भी की गया.
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उच्चैन निवासी शारदा गोयल ने बताया कि बुधवार को कोरोना संक्रमण से छुटकारा दिलाने के लिए सभी महिलाओं ने शीतला माता की पूजा की. काफी संख्या में महिलाएं सुबह कस्बा के शीतला माता मंदिर पहुंची और यहां माता का बास्योड़ा से पूजन किया. महिला ने बताया कि यूं तो काफी पहले शीतलाष्टमी मनाई जा चुकी है, लेकिन इस वक्त शीतला माता की पूजा कर उनसे पूरी दुनिया को कोरोना बीमारी से छुटकारा दिलाने की दुआ मांग रहे हैं.
नहीं हुई सोशल डिस्टेंसिंग की पालना
उच्चैन कस्बा में शीतला माता का पूजन करने पहुंची महिलाओं की भीड़ ने सोशल डिस्टेंसिंग की कोई पालना नहीं की. मंदिर पर महिलाओं की देर तक भीड़ लगी रही. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराने के लिए पुलिस भी नजर नहीं आई. सूचना मिलने पर काफी देर बाद पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक महिलाएं पूजन कर घर लौट चुकी थी.
जगह-जगह हुए गोवर्धन पूजा
जानकारी के अनुसार मंगलवार को भरतपुर के कई गांव में लोगों ने कोरोना बीमारी से बचाव की दुआ मांगते हुए गोवर्धन पूजा भी की. जिले के बयाना तहसील के गांव खेरली गड़ासिया और उच्चैन के खरका में गोवर्धन पूजा होने की सूचना भी सामने आई है.
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गौरतलब है कि भरतपुर जिले में अब तक 116 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं, जिनमें से इस बीमारी की वजह से दो की मौत हो चुकी है. हालांकि इस बीमारी से अब तक 105 मरीज ठीक हो चुके हैं.