भरतपुर. कोरोना के इस जंग में कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने भी अपना कदम बढ़ाया. विश्वेन्द्र सिंह ने कोरोना महामारी संकट में अपने महल परिसर को अस्थाई क्वॉरेंटाइन बनाने के लिए जिला कलेक्टर को पत्र लिखा है. साथ ही कहा हैं की पूर्व राजपरिवार का सम्बन्ध यहां की जनता से 15 पीढ़ी पुराना हैं. जहां राजपरिवार लगातार सैकड़ों सालों से आमजन की सेवा करता आ रहा हैं.
वहीं आज कोरोना संकट में भी पूर्व राजपरिवार आमजन के साथ है. विश्वेन्द्र सिंह जो राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री है और उनकी पत्नी महारानी दिव्या कुमारी जो सांसद और विधायक रह चुकी हैं उन्होंने जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर अपील की हैं.
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यदि सरकार चाहे तो उनका मोती महल का परिसर खाली पड़ा है जो आबादी से भी दूर है जिसका उपयोग सरकार चाहे तो अस्थाई क्वॉरेंटाइन बना सकती हैं. क्योंकि जिस तरह से संक्रमण बढ़ रहा है उसके बाद क्वॉरेंटाइन सेंटरों की कमी आ रही है. इसलिए पूर्व दिव्या कुमारी ने मोती महल के परिसर को क्वॉरेंटाइन सेन्टर बनाने के लिए सरकार से अपील की है.