ETV Bharat / city

भरतपुरः विश्वेन्द्र सिंह ने अपने महल परिसर को अस्थाई क्वॉरेंटाइन बनाने के लिए कलेक्टर को लिखा पत्र

गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने कोरोना महामारी संकट में अपने महल परिसर को अस्थाई क्वॉरेंटाइन बनाने के लिए जिला कलेक्टर को पत्र लिखा. उन्होंने कहा कि यदि सरकार चाहे तो उनका मोती महल का परिसर खाली पड़ा है जो आबादी से भी दूर है जिसका उपयोग सरकार चाहे तो अस्थाई क्वॉरेंटाइन बना सकती हैं.

कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह, Cabinet Minister Vishvendra Singh
महल परिसर को अस्थाई क्वॉरेंटाइन बनाने की रखी मांग
author img

By

Published : Apr 21, 2020, 5:22 PM IST

भरतपुर. कोरोना के इस जंग में कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने भी अपना कदम बढ़ाया. विश्वेन्द्र सिंह ने कोरोना महामारी संकट में अपने महल परिसर को अस्थाई क्वॉरेंटाइन बनाने के लिए जिला कलेक्टर को पत्र लिखा है. साथ ही कहा हैं की पूर्व राजपरिवार का सम्बन्ध यहां की जनता से 15 पीढ़ी पुराना हैं. जहां राजपरिवार लगातार सैकड़ों सालों से आमजन की सेवा करता आ रहा हैं.

महल परिसर को अस्थाई क्वॉरेंटाइन बनाने की रखी मांग

वहीं आज कोरोना संकट में भी पूर्व राजपरिवार आमजन के साथ है. विश्वेन्द्र सिंह जो राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री है और उनकी पत्नी महारानी दिव्या कुमारी जो सांसद और विधायक रह चुकी हैं उन्होंने जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर अपील की हैं.

पढ़ेंः झुंझुनू का गुढा गांव बना कोरोना हॉटस्पॉट, 2 और मिले Positive

यदि सरकार चाहे तो उनका मोती महल का परिसर खाली पड़ा है जो आबादी से भी दूर है जिसका उपयोग सरकार चाहे तो अस्थाई क्वॉरेंटाइन बना सकती हैं. क्योंकि जिस तरह से संक्रमण बढ़ रहा है उसके बाद क्वॉरेंटाइन सेंटरों की कमी आ रही है. इसलिए पूर्व दिव्या कुमारी ने मोती महल के परिसर को क्वॉरेंटाइन सेन्टर बनाने के लिए सरकार से अपील की है.

भरतपुर. कोरोना के इस जंग में कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने भी अपना कदम बढ़ाया. विश्वेन्द्र सिंह ने कोरोना महामारी संकट में अपने महल परिसर को अस्थाई क्वॉरेंटाइन बनाने के लिए जिला कलेक्टर को पत्र लिखा है. साथ ही कहा हैं की पूर्व राजपरिवार का सम्बन्ध यहां की जनता से 15 पीढ़ी पुराना हैं. जहां राजपरिवार लगातार सैकड़ों सालों से आमजन की सेवा करता आ रहा हैं.

महल परिसर को अस्थाई क्वॉरेंटाइन बनाने की रखी मांग

वहीं आज कोरोना संकट में भी पूर्व राजपरिवार आमजन के साथ है. विश्वेन्द्र सिंह जो राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री है और उनकी पत्नी महारानी दिव्या कुमारी जो सांसद और विधायक रह चुकी हैं उन्होंने जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर अपील की हैं.

पढ़ेंः झुंझुनू का गुढा गांव बना कोरोना हॉटस्पॉट, 2 और मिले Positive

यदि सरकार चाहे तो उनका मोती महल का परिसर खाली पड़ा है जो आबादी से भी दूर है जिसका उपयोग सरकार चाहे तो अस्थाई क्वॉरेंटाइन बना सकती हैं. क्योंकि जिस तरह से संक्रमण बढ़ रहा है उसके बाद क्वॉरेंटाइन सेंटरों की कमी आ रही है. इसलिए पूर्व दिव्या कुमारी ने मोती महल के परिसर को क्वॉरेंटाइन सेन्टर बनाने के लिए सरकार से अपील की है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.