भरतपुर. रायपुर विवाद को लेकर ग्रामीणों ने कहा है कि गांव के लोग ना तो अतिक्रमणकारियों के साथ हैं और ना ही रोड जाम लगाने में उनकी कोई सहमति है. ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंप कर बताया कि गांव के स्कूल के खेल मैदान की जमीन पर हो रहे अतिक्रमण को हटाया जाए. ग्रामीणों ने ज्ञापन में लिखा है कि यह मुद्दा गुर्जर समाज का नहीं है, बल्कि स्कूल के खेल मैदान से संबंधित है, जिस पर अतिक्रमण किया गया है.
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन में आरोप लगाया है कि कुछ लोग समाज को बेवजह दो धड़ों में बांटने व राजनीतिक मुद्दा बनाने पर आमादा हैं और जाम लगाने का भी एलान किया है. साथ ही अतिक्रमियों ने अवैध रूप से पंचायत भी की. ग्रामीणों ने लिखा है कि भविष्य में यदि अतिक्रमियों द्वारा कोई पंचायत की जाती है या जाम लगाया जाता है तो रायपुर का गुर्जर समाज उसका विरोध करेगा.
गौरतलब है कि 8 जनवरी को मुख्यमंत्री कार्यालय के आदेश पर प्रशासन ने रायपुर गांव में वन भूमि पर किए गए अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की थी. जिसके दौरान ग्रामीणों एवं प्रशासन के बीच झड़प हो गई थी. बाद में इस पूरे मामले में कई स्थानीय जनप्रतिनिधि भी कूद पड़े और गुर्जर समाज के नेताओं ने प्रशासन की अनुमति के बिना महापंचायत भी आयोजित की.