भरतपुर. प्रदेश में दलितों के खिलाफ बढ़ रहे अपराधों के विरोध में सोमवार को भरतपुर सांसद रंजीता कोली और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने कलेक्ट्रेट पहुंचे. इस दौरान पुलिस, सांसद रंजीता कोली और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की हो गई.
सांसद रंजीता कोली ने कहा कि प्रदेश सरकार हमारी आवाज दबाना चाहती है, इसलिए उनके साथ पुलिस की ओर से धक्का-मुक्की की गई है. असल में प्रदेश में दलितों के खिलाफ बढ़ रहे अपराधों के विरोध में सोमवार दोपहर को सांसद रंजीता कोली और भाजपा कार्यकर्ता राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने कलेक्ट्रेट पहुंचे. इसी दौरान कलेक्ट्रेट के द्वार पर खड़े पुलिसकर्मियों ने भाजपा कार्यकर्ता और सांसद को कलेक्ट्रेट परिसर में जाने से रोका और माहौल बिगड़ गया. भीड़ को कलेक्ट्रेट परिसर में घुसने से रोकने के दौरान पुलिसकर्मियों ने कार्यकर्ताओं के साथ धक्का-मुक्की कर दी और इस दौरान सांसद रंजीता कोली भी भीड़ में मौजूद थी.
सांसद रंजीता कोली ने कहा कि प्रदेश सरकार जाग जाए, नहीं तो भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता और प्रदेश की जनता धरना और विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतर आएगी. भाजपा की ओर से जिला कलेक्टर को दिए गए ज्ञापन में लिखा गया है कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार के राज में दलों-दलितों के खिलाफ अपराध के 17521 मामले दर्ज हुए हैं. इतना ही नहीं मई 2021 के मुकाबले जून 2021 में दलितों के खिलाफ अपराध के मामलों में 57% से भी अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है.
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राज्यपाल के नाम दिए गए ज्ञापन में भाजपा पदाधिकारियों ने लिखा है कि यदि प्रदेश में दलितों के खिलाफ हो रही घटनाओं पर लगाम नहीं लगाई गई और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, तो मजबूरन भाजपा कार्यकर्ता और पदाधिकारी सरकार के खिलाफ आंदोलन करने के लिए सड़क पर उतरेंगे.