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स्पेशल: भरतपुर नगर निगम ने जुगाड़ से तैयार किया फुल बॉडी सैनिटाइज चैंबर, लागत सुनकर चौंक जाएंगे आप

कोरोना संक्रमण के संकट से जूझ रहे देश और दुनिया में हर तरफ लॉकडाउन जारी है. ऐसी स्थिति में जहां हर कोई संक्रमण से बचने के लिए घर में बंद हैं. वही नगर निगम के कर्मचारी इस संकट काल में भी अपने काम पर जा रहे हैं. ऐसे में इनमें संक्रमण का खतरा ज्यादा है. जिससे बचाव के लिए इन्होंने मात्र 12 हजार की लागत से फुल बॉडी सैनिटाइज चैंबर तैयार किया है. इससे सिर्फ 5 सेकेंड में पूरा शरीर सैनिटाइज हो जाता है.

फुल बॉडी सैनिटाइज चैंबर, full body sanitation chamber
फुल बॉडी सैनिटाइज चैंबर
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Published : Apr 12, 2020, 2:19 PM IST

भरतपुर. पूरा विश्व कोरोना संक्रमण से जूझ रहा है. लोग संक्रमण से बचाव के लिए तमाम उपाय भी कर रहे हैं. लेकिन भरतपुर नगर निगम ने जुगाड़ से सिर्फ 12 हजार रुपए की लागत से फुल बॉडी सैनिटाइज चैंबर तैयार कर लिया है. इससे सिर्फ 5 सेकेंड में पूरा शरीर सैनिटाइज हो जाता है.

इतना ही नहीं सैनिटाइजर स्प्रे मशीन की मदद से तैयार किए इस फुल बॉडी सैनिटाइज चैंबर से हर दिन नगर निगम के 1500 कर्मचारी संक्रमण मुक्त हो रहे हैं. नगर निगम इस तरह के फुल बॉडी सैनिटाइज चैंबर शहर के प्रमुख स्थानों पर स्थापित करने की योजना भी बना रहा है. अभी तक भरतपुर जिले में यह अपनी तरह का पहला प्रयोग है.

नगर निगम ने जुगाड़ से तैयार किया फुल बॉडी सैनिटाइज चैंबर

पढ़ें: जयपुर: कोरोना से बचाव के लिए कॉलोनी ने मुख्य द्वार पर ही बना दिया सैनिटाइजेशन टनल

कर्मचारी और परिजन संक्रमण के खतरे से मुक्त

असल में नगर निगम के कर्मचारी हर दिन फील्ड ड्यूटी कर रहे हैं. वहीं निगम के सफाईकर्मी शहर भर का कचरा साफ करने का कार्य कर रहे हैं. इससे निगम के कर्मचारियों के संक्रमित होने की आशंका भी बढ़ जाती है. इसी को ध्यान में रखते हुए नगर निगम के कनिष्ठ अभियंता आशीष मौर्य की पहल और आयुक्त नीलिमा तक्षक के निर्देशन में यह फुल बॉडी सैनिटाइज चैंबर तैयार किया गया है.

कार्यालय आने वाले कर्मचारी प्रवेश से पहले पूरे शरीर को सैनिटाइज करने के बाद ही काम शुरू कर हैं और समय पूरा होने के बाद घर जाने से पहले सभी कर्मचारी सैनिटाइज होने के बाद ही यहां से निकलते हैं. ऐसे कर्मचारियों के साथ ही उनके परिजन भी संक्रमण से सुरक्षित रहते हैं.

पढ़ें: डूंगरपुर: तहसील चौराहे पर लगाया सैनिटाइजर टनल, 5 और लगाने की तैयारी

यूं तैयार किया चैम्बर

नगर निगम के कनिष्ठ अभियंता आशीष मौर्य ने बताया कि इस फुल बॉडी सैनिटाइज चैंबर को तैयार कराने में करीब 12 हजार रुपए का खर्चा आया. जबकि विशेषज्ञों की मानें तो प्रॉपर फुल बॉडी सैनिटाइज चैंबर स्थापित करने में करीब 2 लाख का खर्चा आता है. निगम ने इसके लिए पहले लोहे का एक चेंबर तैयार किया, जिसके अंदर सैनिटाइज करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली स्प्रे मशीन को फिट कर दिया गया. स्प्रे नोजल को चैंबर की छत में फिट किया ताकि नीचे खड़े व्यक्ति के पूरे शरीर पर स्प्रे हो सके.

पढ़ें: राजस्थान में कोरोना की केस स्टडी, जानें प्रदेश के 5 एपीसेंटर के बारे में

अभी यह चेंबर मैनुअल है. इसके लिए एक गार्ड की ड्यूटी लगाई गई है. लेकिन सेंसर मिलते ही इसे ऑटोमेटिक कर दिया जाएगा. कनिष्ठ अभियंता आशीष मौर्य ने बताया कि चेंबर में फिट की गई स्प्रे मशीन में एक बार 20 लीटर पानी और 5 मिलीलीटर सोडियम हाइपोक्लोराइट मिलाया जाता है. उसके बाद इससे कर्मचारियों को संक्रमण मुक्त किया जाता है. स्प्रे मशीन एक बार फुल चार्ज होने पर 5 घंटे तक लगातार काम कर सकती है.

नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार फिलहाल फुल बॉडी सैनिटाइज चैंबर के लिए सेंसर की तलाश की जा रही है. इस संबंध में दिल्ली की एक कंपनी से बात भी हुई है. यदि उस कंपनी से सेंसर मिल जाते है, तो इस तरह के चैंबर भरतपुर शहर के प्रमुख कार्यालयों के प्रवेश द्वार और प्रमुख स्थानों पर स्थापित किए जा सकते हैं.

भरतपुर. पूरा विश्व कोरोना संक्रमण से जूझ रहा है. लोग संक्रमण से बचाव के लिए तमाम उपाय भी कर रहे हैं. लेकिन भरतपुर नगर निगम ने जुगाड़ से सिर्फ 12 हजार रुपए की लागत से फुल बॉडी सैनिटाइज चैंबर तैयार कर लिया है. इससे सिर्फ 5 सेकेंड में पूरा शरीर सैनिटाइज हो जाता है.

इतना ही नहीं सैनिटाइजर स्प्रे मशीन की मदद से तैयार किए इस फुल बॉडी सैनिटाइज चैंबर से हर दिन नगर निगम के 1500 कर्मचारी संक्रमण मुक्त हो रहे हैं. नगर निगम इस तरह के फुल बॉडी सैनिटाइज चैंबर शहर के प्रमुख स्थानों पर स्थापित करने की योजना भी बना रहा है. अभी तक भरतपुर जिले में यह अपनी तरह का पहला प्रयोग है.

नगर निगम ने जुगाड़ से तैयार किया फुल बॉडी सैनिटाइज चैंबर

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कर्मचारी और परिजन संक्रमण के खतरे से मुक्त

असल में नगर निगम के कर्मचारी हर दिन फील्ड ड्यूटी कर रहे हैं. वहीं निगम के सफाईकर्मी शहर भर का कचरा साफ करने का कार्य कर रहे हैं. इससे निगम के कर्मचारियों के संक्रमित होने की आशंका भी बढ़ जाती है. इसी को ध्यान में रखते हुए नगर निगम के कनिष्ठ अभियंता आशीष मौर्य की पहल और आयुक्त नीलिमा तक्षक के निर्देशन में यह फुल बॉडी सैनिटाइज चैंबर तैयार किया गया है.

कार्यालय आने वाले कर्मचारी प्रवेश से पहले पूरे शरीर को सैनिटाइज करने के बाद ही काम शुरू कर हैं और समय पूरा होने के बाद घर जाने से पहले सभी कर्मचारी सैनिटाइज होने के बाद ही यहां से निकलते हैं. ऐसे कर्मचारियों के साथ ही उनके परिजन भी संक्रमण से सुरक्षित रहते हैं.

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यूं तैयार किया चैम्बर

नगर निगम के कनिष्ठ अभियंता आशीष मौर्य ने बताया कि इस फुल बॉडी सैनिटाइज चैंबर को तैयार कराने में करीब 12 हजार रुपए का खर्चा आया. जबकि विशेषज्ञों की मानें तो प्रॉपर फुल बॉडी सैनिटाइज चैंबर स्थापित करने में करीब 2 लाख का खर्चा आता है. निगम ने इसके लिए पहले लोहे का एक चेंबर तैयार किया, जिसके अंदर सैनिटाइज करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली स्प्रे मशीन को फिट कर दिया गया. स्प्रे नोजल को चैंबर की छत में फिट किया ताकि नीचे खड़े व्यक्ति के पूरे शरीर पर स्प्रे हो सके.

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अभी यह चेंबर मैनुअल है. इसके लिए एक गार्ड की ड्यूटी लगाई गई है. लेकिन सेंसर मिलते ही इसे ऑटोमेटिक कर दिया जाएगा. कनिष्ठ अभियंता आशीष मौर्य ने बताया कि चेंबर में फिट की गई स्प्रे मशीन में एक बार 20 लीटर पानी और 5 मिलीलीटर सोडियम हाइपोक्लोराइट मिलाया जाता है. उसके बाद इससे कर्मचारियों को संक्रमण मुक्त किया जाता है. स्प्रे मशीन एक बार फुल चार्ज होने पर 5 घंटे तक लगातार काम कर सकती है.

नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार फिलहाल फुल बॉडी सैनिटाइज चैंबर के लिए सेंसर की तलाश की जा रही है. इस संबंध में दिल्ली की एक कंपनी से बात भी हुई है. यदि उस कंपनी से सेंसर मिल जाते है, तो इस तरह के चैंबर भरतपुर शहर के प्रमुख कार्यालयों के प्रवेश द्वार और प्रमुख स्थानों पर स्थापित किए जा सकते हैं.

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