भरतपुर. राज्य सरकार की पहल के बाद गुरुवार देर रात प्रशासन की तरफ से एक रोडवेज बस हरिद्वार के लिए रवाना की गई. जिन परिवारों के लोगों की लॉकडाउन के दौरान मौत हो गई थी और उनके अस्थि कलश गंगा नदी में विसर्जित नहीं हुए थे. उनके अस्थि कलश विसर्जित करने के लिए ये पहल की गई है. क्योंकि ऐसी मान्यता है कि जब तक मरने वाले व्यक्ति की अस्ति कलश गंगा नदी में विसर्जित नहीं की जाती. जब तक उनकी आत्मा को शांति नहीं मिलती.
बता दें कि भरतपुर के शहनाई मैरिज होम से ये बस रवाना की गई. बस में 16 अस्थि कलश और 30 यात्रियों की एसडीएम संजय गोयल की मौजूदगी में बस को रवाना किया गया. वहीं एसडीएम ने बताया कि राज्य सरकार की पहल के बाद जिन हिंदू के अस्थि कलश गंगा नदी में विसर्जित नहीं हुए थे. उनको गंगा नदी में विसर्जित करवाने की पहल की गई है.
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आज 16 अस्थि कलश और 30 यात्रियों को रवाना किया गया है, ये बस सुबह 5 बजे हरिद्वार पहुंचेगी और हरिद्वार में 6 घण्टे का विश्राम होगा. 11 बजे हरिद्वार से रवानगी होगी और शाम तक सभी लोग वापस भरतपुर पहुचेंगे. सभी यात्रियों का मेडिकल चेकअप किया गया है और सभी का रजिस्ट्रेशन किया गया है. इसके अलावा सभी को मास्क और सेनेटाइजर की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा गया है.