भरतपुर. बयाना क्षेत्र से अपने बच्चे को डॉक्टर को दिखाने के लिए भरतपुर आ रही एक दिव्यांग महिला के साथ तीन युवकों ने बंदूक की नोक पर खेत में दुष्कर्म करने का प्रयास किया. दिव्यांग महिला के साथ आ रहे पति ने आरोपियों के पीछे दौड़ कर शोर मचाया तो आरोपी दिव्यांग महिला को खेत में छोड़ कर भाग गए. पीड़िता ने इस संबंध में झील चौकी में मामला दर्ज कराने का प्रयास किया लेकिन वहां पर मामला दर्ज नहीं किया गया. आखिर में अब 17 दिन बाद पीड़िता बयाना थाने पहुंची, जहां पर मामला दर्ज किया गया.
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पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बयाना थाना क्षेत्र निवासी एक दिव्यांग महिला अपने बच्चे के उपचार के लिए पति के साथ भरतपुर जा रही थी. दिव्यांग महिला रिक्शे पर थी और उसका पति अपने बच्चे के साथ रिक्शे से करीब 500-600 मीटर की दूरी पर साथ चल रहा था. तभी गांव पन्नीपुरा के पास पीछे से मारुति वैन में बैठकर तीन लोग बदनपुरा निवासी शिव सिंह व रविंद्र पाल उर्फ रब्बो और मनवीर आए.
उन्होंने महिला का रिक्शा रुकवा लिया और उसे जाति सूचक शब्द बोलने लगे. इसके बाद तीनों दिव्यांग महिला को रिक्शा में से उतार कर बंदूक की नोक पर जबरदस्ती पास के गेहूं के खेत में ले गए और उसके साथ दुष्कर्म करने का प्रयास करने लगे. महिला ने शोर मचाया और उधर रिक्शे के पीछे-पीछे चल रहे पति ने भी शोर मचाया. पति पत्नी को बचाने लिए खेतों की तरफ दौड़ा तो आरोपी डर के मारे वहां से भाग गए.
17 दिन बाद दर्ज हुआ मामला
पीड़िता ने बयाना थाने में लिखित शिकायत में बताया है कि घटना 1 मार्च की थी और उस समय वो अपनी शिकायत लेकर झील चौकी भी गई थी. लेकिन वहां मामला दर्ज नहीं किया गया. पीड़िता ने बताया कि झील चौकी पर मामला दर्ज नहीं होने के बाद उन्होंने अपनी शिकायत पुलिस अधीक्षक को रजिस्टर्ड डाक से 1 मार्च को ही भेज दी. लेकिन इसके बाद भी 17 दिन गुजरने के बावजूद मामला दर्ज नहीं हुआ. आखिर में गुरुवार को पीड़िता और उसका पति बयाना थाने पहुंचे और मामला दर्ज करवाया.