भरतपुर. पूर्व मंत्री और भाजपा नेता अरुण चतुर्वेदी ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर तीखा हमला बोला है. वायरल वीडियो (Viral Video) को लेकर चतुर्वेदी ने कहा है कि नदबई विधायक जोगिंदर अवाना का शनिवार आधी रात को जीते प्रत्याशी को उठाने के लिए पुलिस के साथ तलछेरा गांव जाने की घटना इस बात का प्रत्यक्ष उदाहरण है कि गहलोत सरकार प्रधान और जिला प्रमुख बनाने के लिए सरकारी संसाधनों का जमकर दुरुपयोग कर रही है.
उन्होंने प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि पुलिस के अधिकारी कांग्रेस के कार्यकर्ता बनकर काम कर रहे हैं. पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने जिला कलेक्टर से विधायक जोगिंदर अवाना के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि हमने चुनावों से पहले ही आशंका जताई थी कि कांग्रेस सत्ता बल का प्रयोग करके पंचायत समिति और जिला परिषद चुनावों को प्रभावित करने का प्रयास करेगी.
चतुर्वेदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने सत्ताबल का प्रयोग करते हुए पहले प्रत्याशियों के नामांकन वापस कराने का दबाव बनाया, उसके बाद कई प्रत्याशियों के नामांकन खारिज कराए. मतदान के दिन कैसे फर्जी मतदान हो, इसके लिए सरकार और प्रशासन का इस्तेमाल किया गया.
इतना ही नहीं, मतगणना होने के बाद भी अब कांग्रेस प्रधान और जिला प्रमुख के चुनाव में जीतने के लिए गुंडागर्दी, सत्ताबल, धनबल और भुजबल का पूरा इस्तेमाल कर रही है. अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि नदबई विधायक जोगिंदर अवाना द्वारा आधी रात को पुलिस के साथ तलछेरा गांव जाना और वहां जीते हुए प्रत्याशी को उठाने का प्रयास करना इस बात का प्रत्यक्ष उदाहरण है.
ये था पूरा मामला : बाड़ेबंदी के लिए पंचायत समिति सदस्य को उठाने पुलिस बल के साथ आधी रात को पहुंचे नदबई विधायक अवाना और फिर...देखें VIDEO
पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने भरतपुर पुलिस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि पुलिस के अधिकारी कांग्रेस के कार्यकर्ता बनकर काम कर रहे हैं. अरुण चतुर्वेदी ने जिला प्रशासन, राज्य सरकार और चुनाव आयोग से ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की. साथ ही जिला कलेक्टर से जोगिंदर अवाना के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है.
गौरतलब है कि नदबई विधायक जोगिंदर अवाना का रविवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें विधायक अवाना और पुलिस कर्मियों के साथ तलछेरा गांव में आधी रात को नजर आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि विधायक अवाना गांव में जीते हुए एक प्रत्याशी को उठाने गए थे. जिस पर ग्रामीणों के विरोध के चलते उन्हें खाली हाथ वापस लौटना पड़ा. हालांकि, विधायक अवाना का कहना है कि उन्हें भाजपा के लोगों द्वारा एक जीते हुए प्रत्याशी को उठाने की सूचना मिली थी. जिसके चलते वो पुलिस के साथ गांव पहुंचे थे.