भरतपुर. जिले में कोरोना संक्रमण माहमारी के दौरान राज्य सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारियों के वेतन में कटौती की घोषणा की गई है. जिससे नाराज सरकारी कर्मचारियों ने बुधवार को जिला कलेक्टर कार्यालय पर अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संघ के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने वेतन कटौती के आदेशों को निरस्त नहीं किया, तो कर्मचारी आंदोलन करने को मजबूर होंगे.
विरोध प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों की भारी भीड़ मौजूद रही. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई गई. साथ ही धारा 144 का भी साफ तौर पर उल्लघंन देखने को मिला. विरोध प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने वेतन कटौती के आदेशों को वापस नहीं लिया, तो प्रदेश के सभी सरकारी कर्मचारी सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे.
उन्होंने कहा कि कोरोना संकट में सरकारी कर्मचारी सरकार के साथ कंधा से कंधा मिलाकर खड़े हैं, लेकिन फिर भी सरकार ने वेतन कटौती का निर्णय लेकर हमारे साथ गलत किया है.
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बता दें कि कोरोना संकट काल में सरकार ने विधायकों और सरकारी कर्मचारियों के वेतन में कटौती के आदेश जारी किए हैं. जहां कर्मचारियों के वेतन और भत्तों में कटौती की गई है. वहीं विधायकों के सिर्फ वेतन में ही कटौती की गई है.