भरतपुर. जिले के जनाना अस्पताल में लापरवाही की हद हो गई है. बुधवार देर रात एक प्रसूता को ऑक्सीजन तो लगाई, लेकिन सिलेंडर में ऑक्सीजन ही नहीं था. जिससे प्रसूता की मौत हो गई, वहीं मृतका 8 माह की गर्भवती थी. महिला की मौत के बाद ही परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया और अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाने लगे.
परिजनों ने बताया कि महिला की भरतपुर के जनाना अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां उसकी तबीयत ज्यादा खराब होने लगी. जिसके बाद महिला को जयपुर रैफर किया गया. वहीं, जब महिला अस्पताल कर्मचारी वार्ड से नीचे लाने लगे तो उस समय प्रसूता को ऑक्सीजन की जरूरत थी. जिस पर कर्मचारियों ने प्रसूता को ऑक्सीजन तो लगाया गया, लेकिन सिलेंडर में ऑक्सीजन ही नहीं था. जिससे महिला की मौत हो गई.
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महिला के पति अशोक ने जानकारी देते हुए बताया कि उसकी पत्नी को कमजोरी थी जिस वजह से उसे यहां भर्ती किया था. जनाना अस्पताल के डॉक्टर्स ने उसे खून भी चढ़ाया, डॉक्टर ने प्रसूता के परिजनों को एक और खून की बोतल चढ़ाने की सलाह दी. लेकिन देर रात अचानक मृतका जिसका नाम रुक्मणी था उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. जिसके बाद अस्पताल में इमरजेंसी कॉल पर डॉक्टर को बुलाया गया जिसने रुक्मणी को जयपुर रेफर करने की सलाह दी, लेकिन जब रुक्मणी को वार्ड से एम्बुलेंस में ले जाने के लिए नीचे लाया जा रहा था तभी उसने दम तोड़ दिया.
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प्रसूता की मौत के बाद प्रसूता के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा कर दिया. जिसके बाद मौके पर मथुरा गेट थाना पुलिस का जाब्ता पहुंचा और जैसे तैसे कर के मामले को शांत करवाया गया. फिलहाल गुरुवार को मृतका का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा.
वहीं, मौके पर मौजूद थानाधिकारी राजेंद्र शर्मा ने बताया कि मृतका पक्के बाग की रहने वाली है जो 8 माह की गर्भवती थी. इलाज के लिए उसे जनाना अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. जिसके बाद उसके परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर्स की लापरवाही के कारण ये हादसा हुआ है. परिजनों की शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.