भरतपुर. जिले के तमरौली निवासी एक व्यक्ति का ट्रक जयपुर मंडी से 9 फरवरी को चोरी हो गया था. भरतपुर बैठे मालिक को टोल प्लाजा के मैसेज से ट्रक चोरी होने की आशंका हुई. इसके बाद उसने पुलिस को सूचना देकर चोरों का पीछा किया और आखिर में उत्तर प्रदेश के चंदौली से ट्रक को बरामद कर लिया गया. आरोपी बाप-बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
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बताया जा रहा है कि भरतपुर निवासी अनुराग सिंह तमरोली का ट्रक उसके गोपालगढ़ मोहल्ला निवासी चालक संजय प्रेमी उर्फ बबली और सहनावली निवासी खल्लासी अतर सिंह 3 फरवरी को गंगानगर सुगर मिल भरतपुर से शराब के पव्वे की सप्लाई लेकर जयपुर गए थे. 6 फरवरी को ट्रक खाली कर किराए के लिए चालक व खल्लासी ने ट्रक को जयपुर मंडी में खड़ा कर दिया. यहां से 9 फरवरी की रात को चोर ट्रक को चोरी कर ले गए. आरोपी ट्रक को लेकर दिल्ली रोड पर गए. टोल प्लाजा पर जैसे ही टोल कटा. उसका मैसेज ट्रक मालिक अनुराग के मोबाइल पर आया. मैसेज आते ही ट्रक मालिक को शक हुआ. उसने तुरंत अपने ट्रक चालक को फोन लगाया, लेकिन मोबाइल बंद मिला. इसके तुरंत बाद एक और टोल से ट्रक गुजरा तो उसका भी मैसेज मिला, इसके बाद ट्रक चोरी होने को लेकर विश्वास हो गया.
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ट्रक मालिक अनुराग ने मामले की जानकारी अपने बड़े भाई शिवराज सिंह तमरोली को दी. वो अपने दोस्तों को साथ लेकर तुरंत जयपुर रवाना हुए और पुलिस को सूचना दी. वहीं, ट्रक चालक को ट्रक चोरी होने का पता चलने पर उसने जयपुर के मुरलीपुरा थाने में सूचना दी. इसके बाद ट्रक मालिक और जयपुर पुलिस ने ट्रक का पीछा किया. आखिर में 9 फरवरी को चोरी किया गया ट्रक उत्तर प्रदेश के चंदौली में पुलिस चौकी सैयद राजा के पास से पकड़ लिया गया साथ ही मामले के दोनों आरोपियों चरखी दादरी निवासी देवेंद्र और उसके बेटा प्रशांत को गिरफ्तार कर लिया गया.
बांग्लादेश पहुंच जाते हैं चोरी किए ट्रक
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पकड़े गए चोर ट्रक चोरी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के सदस्य हैं. आरोपियों ने पूछताछ में कबूल किया कि वो ट्रक चोरी करने के बाद उसे बिहार के सासाराम जिले में बेच देते हैं, वहां से चोरी के ट्रक को बांग्लादेश बेच दिया जाता है. नशीला पदार्थ खिलाकर ट्रक चोरी कर ले जाते हैं. पुलिस की पकड़ से बचने के लिए चोर डीजल में पेट्रोल मिलाकर ट्रक की स्पीड बढ़ा लेते हैं. इससे पुलिस आसानी से इन्हें पकड़ नहीं पाती.