भरतपुर. राजस्थान में इन दिनों चल रहे सियासी उठापटक को लेकर भरतपुर संभाग में कांग्रेस और भाजपा के पदाधिकारियों के विरोध और नाराजगी के स्वर मुखर होने लगे हैं. संभाग में भाजपा और कांग्रेस के कई पदाधिकारी जहां सचिन पायलट, विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा की बर्खास्तगी को जनता के साथ धोखा बता रहे हैं. वहीं कांग्रेस के कुछ पदाधिकारी इसे राजस्थान में कर्नाटक और मध्य प्रदेश की तरह भाजपा की सरकार गिराने की साजिश का नाम दे रहे हैं. ईटीवी भारत ने प्रदेश की सियासत को लेकर भरतपुर संभाग के भरतपुर, धौलपुर और करौली जिलों के कांग्रेस व भाजपा के पदाधिकारियों से बात कर उनके विचार जाना.
भाजपा नेता एवं पूर्व डांग विकास मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने कहा कि कांग्रेस में सिर फुटव्वल के हालात बने हुए हैं. पार्टी के लोग ही पार्टी की नीतियों का विरोध कर रहे हैं. सचिन पायलट को प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री पद से एवं विश्वेंद्र सिंह व रमेश मीणा को मंत्री पद से हटाया गया. यह जनता के साथ धोखा है. कांग्रेस अपना बहुमत खो चुकी है, कांग्रेस के दो धड़े हो गए हैं. अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपना बहुमत साबित करना चाहिए.
डीग के कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष मेवाराम पटवारी ने कहा कि हमारे कांग्रेस के काफी पदाधिकारी इस्तीफा दे चुके हैं. सचिन पायलट, विश्वेन्द्र सिंह और रमेश मीणा को पार्टी ने जिस तरह से बर्खास्त किया है वो नियम विरूद्ध है. जिले के लोग इसकी भर्त्सना कर रहे हैं.
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धौलपुर में ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष विनीत शर्मा का कहना है कि प्रदेश में कोई भूचाल नहीं आया है. प्रदेश कीजनता ने खुद गहलोत के नेतृत्व में सरकार चलाने की जिम्मेदारी दी और पूरे पांच साल सरकार चलेगी. भाजपा की साजिश करने की पुरानी आदत है. चाहे कर्नाटक हो, मध्यप्रदेश हो या फिर राजस्थान. लेकिन प्रदेश की जनता का गहलोत को पूरा आशीर्वाद है और भाजपा के मंसूबे पूरे नहीं हो पाएंगे. भाजपा के मंडल अध्यक्ष रामबिलास बघेल ने कहा कि कांग्रेस का अंतरकलह है. इसमें भाजपा का कोई रोल नहीं है. लोगों के आरोप बेबुनियाद है. भाजपा सिद्धांतवादी पार्टी है और अपने सिद्धांतों पर चल रही है. भाजपा पार्टी अथाह समंदर है, इसमें छोटी नदियां आकर मिल सकती हैं.
करौली के कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष मुरारी लाल ने कहा कि पार्टी ने सचिन पायलट और अन्य नेताओं के साथ जो किया है, वो गलत किया है. पायलट के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए राजस्थान में कांग्रेस ने वापसी की और सरकार बनाई. मेहनत सचिन पायलट ने की और उसका फल अशोक गहलोत को मिला. मुरारीलाल ने कहा कि सचिन पायलट और अन्य नेताओं को यदि न्याय नहीं मिला तो पूरे प्रदेश भर में कांग्रेस पार्टी को कार्यकर्ताओं के साथ ही जनता के विरोध का सामना करना पड़ेगा.
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करौली-धौलपुर से भाजपा सांसद डॉ. मनोज राजोरिया ने कहा कि कांग्रेस इन दिनों जनता की सेवा करने के बजाय कुर्सी की लड़ाई में लगी हुई है. कांग्रेस अपने घर की लड़ाई को न्यायालय तक ले जा चुकी हैं. पौने दो साल के दौरान कांग्रेस सरकार की नाकामियां स्पष्ट रूप से सामने आ चुकी हैं. उनका नियंत्रण खो चुका है, कांग्रेसी भाजपा पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं. जनता इसको देख रही है और जनता सही समय आने पर इसका जवाब देगी.
गौरतलब है कि राजस्थान में चल रही सियासत के चलते सचिन पायलट को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व उप मुख्यमंत्री पद से, विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया. इसको लेकर भरतपुर संभाग में जहां भाजपा पदाधिकारी इसे कांग्रेस की नाकामी और अंतरकलह बता रही है. वहीं कांग्रेस के पदाधिकारी भी इसे जनता के साथ धोखा एवं नेताओं के साथ नियम विरूद्ध कार्रवाई करना बता रहे हैं.