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Bharatpur Positive News : थ्रेसर में आ गया दाहिना हाथ, एक माह में संक्रमणमुक्त कर प्लास्टिक सर्जरी से किया दुरुस्त

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Published : Feb 7, 2022, 5:11 PM IST

भरतपुर के आरबीएम जिला अस्पताल में थ्रेसर मशीन से चारा कूटते समय अलवर निवासी जय सिंह (43) के बुरी तरह जख्मी हुए दाहिने हाथ का सफल उपचार (Plastic surgery in RBM Hospital Bharatpur) किया गया. अस्पताल पीएमओ डॉ जिज्ञासा साहनी ने अपनी टीम को सफल प्लास्टिक सर्जरी के लिए शुभकामनाएं दी.

Plastic surgery in RBM Hospital Bharatpur
Plastic surgery in RBM Hospital Bharatpur

भरतपुर. एक माह पूर्व थ्रेसर मशीन से चारा कूटते समय अलवर निवासी जय सिंह (43) का दाहिना हाथ बुरी तरह जख्मी हो गया. जख्मी हालत में परिजन जयसिंह को भरतपुर के आरबीएम जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां पर सर्जरी विभाग के चिकित्सकों ने लगातार एक माह तक उपचार कर पहले उसके हाथ को संक्रमण मुक्त बनाया. उसके बाद प्लास्टिक सर्जरी कर (Plastic surgery in RBM Hospital Bharatpur) उसके जख्मी हाथ को पूरी तरह से स्वस्थ कर दिया. अब मरीज का हाथ पूरी तरह सही है और वो पहले की तरह सामान्य जीवन जी सकते हैं.

आरबीएम जिला अस्पताल के सर्जरी विभाग के सहायक आचार्य डॉ संजीव चौधरी ने बताया कि करीब 1 माह पूर्व अलवर के हुल्याना निवासी घायल जयसिंह को लेकर उनके परिजन रात को अस्पताल पहुंचे. जय सिंह का दाहिना हाथ बुरी तरह से जख्मी था. कोहनी से नीचे और कोहनी के ऊपर उसकी मांसपेशियां बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी. लगातार खून बह रहा था. ऐसे में सबसे पहले रात को ही मरीज के रात का प्राथमिक उपचार कर उसका खून बहना बंद किया. यदि खून बहना नहीं रुकते तो संभवत मरीज की जान बचाना मुश्किल था.

यह भी पढ़ें- Latest Heart Surgery Technology: एमडीएम हॉस्पिटल में नई तकनीक से हुई हृदय रोगियों की सर्जरी, संक्रमण का खतरा बेहद कम

मांसपेशियों में भर गया था चारे का कचरा : डॉ संजीव चौधरी ने बताया कि चारा काटने की मशीन थ्रेसर में हाथ आने की वजह से जख्मी हाथ की मांसपेशियों में चारे का कचरा भी भर गया था, जिसकी वजह से हाथ में संक्रमण फैल गया. ऐसे में अगले ही दिन से हाथ की साफ सफाई और उसे संक्रमण मुक्त बनाने का उपचार शुरू हो गया. करीब 1 माह बाद हाथ पूरी तरह से संक्रमणमुक्त हो गया.

यह भी पढ़ें- SMS अस्पताल के डाक्टरों ने किया कमाल, पैर की हड्डी से पूरा जबड़ा बनाकर मरीज को दिया नया जीवन

डेढ़ घंटे तक चली सर्जरी : डॉ संजीव चौधरी ने बताया 1 फरवरी को मरीज के हाथ की प्लास्टिक सर्जरी की गई. करीब डेढ़ घंटे तक चली सर्जरी में सबसे पहले मरीज के हाथ की डैमेज मांसपेशियों को पैर से मांस लेकर दुरुस्त किया. उसके बाद हाथ के ऊपर चमड़ी तैयार की गई. अब मरीज के हाथ की ड्रेसिंग खोल दी गई है और वह पूरी तरह से स्वस्थ है. अब मरीज जय सिंह पहले की तरह सामान्य जीवन जी सकेगा. आगे कुछ दिन उन्हें फिजियोथैरेपी दी जाएगी.

ऑपरेशन में ये टीम थी शामिल : अस्पताल पीएमओ डॉ जिज्ञासा साहनी ने अपनी टीम को सफल प्लास्टिक सर्जरी के लिए शुभकामनाएं दी. सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ नगेंद्र भदौरिया के निर्देशन में सर्जन डॉ संजीव चौधरी ने सफल ऑपरेशन किया. ऑपरेशन के दौरान दीवान, विजेंद्र, धर्मेंद्र, देवेंद्र, रामा, तुलसी, राम सिंह और अवीषा का भी सहयोग रहा.

भरतपुर. एक माह पूर्व थ्रेसर मशीन से चारा कूटते समय अलवर निवासी जय सिंह (43) का दाहिना हाथ बुरी तरह जख्मी हो गया. जख्मी हालत में परिजन जयसिंह को भरतपुर के आरबीएम जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां पर सर्जरी विभाग के चिकित्सकों ने लगातार एक माह तक उपचार कर पहले उसके हाथ को संक्रमण मुक्त बनाया. उसके बाद प्लास्टिक सर्जरी कर (Plastic surgery in RBM Hospital Bharatpur) उसके जख्मी हाथ को पूरी तरह से स्वस्थ कर दिया. अब मरीज का हाथ पूरी तरह सही है और वो पहले की तरह सामान्य जीवन जी सकते हैं.

आरबीएम जिला अस्पताल के सर्जरी विभाग के सहायक आचार्य डॉ संजीव चौधरी ने बताया कि करीब 1 माह पूर्व अलवर के हुल्याना निवासी घायल जयसिंह को लेकर उनके परिजन रात को अस्पताल पहुंचे. जय सिंह का दाहिना हाथ बुरी तरह से जख्मी था. कोहनी से नीचे और कोहनी के ऊपर उसकी मांसपेशियां बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी. लगातार खून बह रहा था. ऐसे में सबसे पहले रात को ही मरीज के रात का प्राथमिक उपचार कर उसका खून बहना बंद किया. यदि खून बहना नहीं रुकते तो संभवत मरीज की जान बचाना मुश्किल था.

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मांसपेशियों में भर गया था चारे का कचरा : डॉ संजीव चौधरी ने बताया कि चारा काटने की मशीन थ्रेसर में हाथ आने की वजह से जख्मी हाथ की मांसपेशियों में चारे का कचरा भी भर गया था, जिसकी वजह से हाथ में संक्रमण फैल गया. ऐसे में अगले ही दिन से हाथ की साफ सफाई और उसे संक्रमण मुक्त बनाने का उपचार शुरू हो गया. करीब 1 माह बाद हाथ पूरी तरह से संक्रमणमुक्त हो गया.

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डेढ़ घंटे तक चली सर्जरी : डॉ संजीव चौधरी ने बताया 1 फरवरी को मरीज के हाथ की प्लास्टिक सर्जरी की गई. करीब डेढ़ घंटे तक चली सर्जरी में सबसे पहले मरीज के हाथ की डैमेज मांसपेशियों को पैर से मांस लेकर दुरुस्त किया. उसके बाद हाथ के ऊपर चमड़ी तैयार की गई. अब मरीज के हाथ की ड्रेसिंग खोल दी गई है और वह पूरी तरह से स्वस्थ है. अब मरीज जय सिंह पहले की तरह सामान्य जीवन जी सकेगा. आगे कुछ दिन उन्हें फिजियोथैरेपी दी जाएगी.

ऑपरेशन में ये टीम थी शामिल : अस्पताल पीएमओ डॉ जिज्ञासा साहनी ने अपनी टीम को सफल प्लास्टिक सर्जरी के लिए शुभकामनाएं दी. सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ नगेंद्र भदौरिया के निर्देशन में सर्जन डॉ संजीव चौधरी ने सफल ऑपरेशन किया. ऑपरेशन के दौरान दीवान, विजेंद्र, धर्मेंद्र, देवेंद्र, रामा, तुलसी, राम सिंह और अवीषा का भी सहयोग रहा.

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