भरतपुर. जिले के दौरे पर आए मुख्य सचेतक एवं जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. महेश जोशी की अध्यक्षता में विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई. बैठक में जिला प्रभारी मंत्री जोशी ने कहा कि जिला प्रशासन के बेहतर प्रबंधन के कारण कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण से संक्रमितों की संख्या में कमी आई है.
मंत्री महेश जोशी ने प्रशासनिक अधिकारियों को कोरोना की सम्भावित तीसरी लहर पर काबू पाने के लिए पूर्ण तैयारियां करने के निर्देश दिए. उन्होंने सभी विभागों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस कोरोना काल में विभागों ने अपनी जिम्मेदारी का बेहतर निर्वहन किया है और आगे भी यह सिलसिला जारी रखने की उम्मीद जताई.
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उन्होंने जिला प्रशासन से कहा कि वे कोरोना गाइडलाइन की पालना करें, जिससे आमजन में भी अच्छा संदेश पहुंचे. उन्होंने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि इस कोरोना काल में जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने पूरी मुस्तैदी से कार्य किया है. उन्होंने कहा कि भरतपुर जिले में कोरोना प्रबंधन का जो कार्य किया गया है, उसे कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए आगे भी जारी रखा जाए. साथ ही कहा कि कोरोना के टीकाकरण के सम्बंध में निर्देश दिए कि 45+ आयुवर्ग के प्रत्येक व्यक्ति का वैक्सीनेशन किया जाना सुनिश्चित करें.
जिला प्रभारी जोशी ने कहा कि कोरोना काल में श्रमिकों के रोजगार की समस्या को देखते हुए मनरेगा में अधिक से अधिक श्रमिकों का नियोजन कर आर्थिक सहायता प्रदान करें. उन्होंने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे क्षेत्र में जहां भी पेयजल की समस्या है, वहां राज्य सरकार की ओर से संचालित योजनाओं के माध्यम से पेयजल पहुंचाना सुनिश्चित करें. साथ ही गर्मी के मौसम में खराब हैण्डपंपों की मरम्मत का कार्य जारी रखा जाए.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक पहुंचाया जाना सुनिश्चित करें. उन्होंने रसद विभाग के अधिकारियों को कहा कि एनएफएसए के पात्र परिवारों को राशन का नियमित वितरण कराया जाना सुनिश्चित करें. उन्होंने आमजन से स्वअनुशासन जैसे कि मास्क का प्रयोग, सोशल डिस्टेंसिंग, बार-बार हाथ धोने जैसी आदतों को अपनाने की अपील की. साथ ही कहा कि टीकाकरण ही कोरोना से बचाव का स्थायी उपाय है. इसलिए लोग अपना और अपनों को सुरक्षित रखने के लिए अवश्य वैक्सीनेशन करवाएं
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बैठक में जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि कोरोना प्रबंधन में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 30-30 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर सीएचसी और पीएचसी पर उपलब्ध करवाए गए हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय स्तर पर ही कोरोना मरीजों का बेहतर उपचार कराया जा सके. उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन के बेहतर प्रबंधन से किसी भी मरीज को ऑक्सीजन की कमी नहीं आने दी जाएगी.
उन्होंने बताया कि जिले में आईएलआई सर्वे करवाकर लक्षणों वाले मरीजों को निरंतर मेडिकल किटों का वितरण करवाया जा रहा है. कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने प्रभारी मंत्री को जानकारी दी कि भरतपुर में कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी रेट अब 5 प्रतिशत से भी कम हो गई है.
पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र विश्नोई ने जानकारी दी कि पुलिस प्रशासन की ओर से राज्य सरकार की ओर से निर्धारित कोरोना गाइडलाइन और नो मास्क-नो मूवमेंट की पालना करवाया जाना सुनिश्चित किया गया है. जिले में अपराधों पर नियंत्रण के लिए पुलिस प्रशासन मुस्तैदी से कार्य कर रहा है.
बैठक में प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. जिज्ञासा साहनी ने बताया कि ब्लैक फंगस के केसों में अब एमआरआई की सुविधा आरएमआरएस के माध्यम से जिला आरबीएम अस्पताल में शुरू हो रही है.
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बैठक में जिला प्रभारी मंत्री ने भरतपुर प्रशासन की ओर से कोरोना महामारी पर काबू पाने के लिए कोरोना काल में बेहतर प्रबंधन करने सम्बंधी वीडियो का विमोचन भी किया. बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) बीना महावर, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (शहर) केके गोयल, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेन्द्र सिंह चारण, नगर निगम आयुक्त डॉ. राजेश गोयल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कप्तान सिंह सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे.