भरतपुर. शहर में नगर निगम की गौशाला में मृत गोवंश के अंतिम संस्कार के लिए शवदाह गृह लगाया जा रहा है. जिससे गौशाला में मृत होने वाले पशुओं का अंतिम संस्कार विद्युत चालित शवदाह गृह में किया जा सके. जिससे प्रदूषण भी नहीं फैलेगा और मृत पशुओं की बीमारी अन्य जीवित पशुओं तक नहीं फैल सकेगी.
नगर निगम के आयुक्त राजेश गोयल ने बताया कि नगर निगम ने खुद की गौशाला खोली है, जिसमें समय करीब 2000 गोवंश इस समय रह रहे हैं, उनके खाने-पीने का पूरा इंतजाम है. साथ ही गौशाला के अंदर ही विद्युत शवदाह गृह लगाया जा रहा है, जिससे मौत होने पर उन पशुओं का अंतिम संस्कार वहीं किया जा सके.
जिले में भारी संख्या में आवारा गोवंश घूम रहा है, जो आमजन के लिए परेशानी पैदा कर रहे है और इनके हमले में कई लोगों की जान भी जा चुकी है. नगर निगम ने खुद की गौशाला का निर्माण कराया है और इस गौशाला में शहर में विचरण करने वाले पशुओं को गोशाला में शिफ्ट किया जा रहा है. साथ ही पास के ग्रामीण इलाकों में घूम रहे गोवंश को भी यहां आश्रय दिया जा रहा है और वहां पशु चिकित्सालय की स्थापना भी की गई है.