ETV Bharat / city

ग्राउंड रिपोर्ट: भरतपुर की सांवलदास गोशाला में 25 गोवंशों की मौत, कैसे हैं वहां के हालात

भरतपुर की गढ़ी सांवलदास गोशाला में इन दिनों गायों के मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. यहां पिछले पांच दिनों में करीब 25 गोवंश की यहां मौत हो चुकी है. लेकिन उनके बचाव के लिए गोशाला प्रशासन की ओर से कोई खास प्रयास नहीं किए जा रहे है.

भरतपुर की सांवलदास गोशाला, Bharatpur Sanwal Das Gaushala
भरतपुर की सांवलदास गोशाला में गोवंश की मौत
author img

By

Published : Jan 17, 2020, 7:20 PM IST

भरतपुर. शहर में इन दिनों उद्योग नगर थाना के पास स्थित गोशाला गढ़ी सांवलदास में दलदल के कारण आये दिन गायों की मौत हो रही है. जिसकी तरफ सरकार और जिला प्रशासन दोनों का ही कोई ध्यान नहीं है. जबकि इस गोशाला के लिए करोड़ों रुपए का अनुदान हर वर्ष उपलब्ध दिया जाता है. लेकिन यहां की हालत बहुत खराब है.

भरतपुर की सांवलदास गोशाला में गोवंश की मौत

5 दिन में 25 गायों की मौत
मामला शहर में स्थित गढ़ी सांवलदास गोशाला का है. जहां हजारों की संख्या में गोवंश रहते है, लेकिन बरसात होने से वहां की मिट्टी और गोबर में पानी भरने से दलदल बन गया है. इस दौरान वहां गाय फंस जाती है. जिससे उनकी मौत हो रही है. पिछले पांच दिनों में करीब 25 गोवंश की यहां मौत हो चुकी है. लेकिन उनके बचाव के गोशाला प्रशासन की ओर से कोई खास प्रयास नहीं किए जा रहे है.

भरतपुर की सांवलदास गोशाला, Bharatpur Sanwal Das Gaushala
गोशाला में गायों की मौत

पढ़ें- Exclusive: नंदी गौशाला में 4 और गौवंश ने दम तोड़ा, 1 महीने में करीब 80 से ज्यादा गौवंश की मौत

सांवलदास गोशाला बनी गोवंश की कब्रगाह
यह गोशाला काफी लम्बे चौड़े क्षेत्र में बसी हुई है. जहां भारी संख्या में गोवंश रहता है और अमूमन पुलिस वाले गो तस्करों से गोवंश को छुड़ाकर लाते है, उनको भी यहां इस गौशाला में छोड़ जाते है. जिससे गोवंश की संख्या में यहां काफी इजाफा हो रहा है. वहीं सरकार की ओर से दिए जाने वाले 1.25 करोड़ रुपए सालाना का यहां कोई उपयोग होता नहीं दिखाई दे रहा है. गोशाला में ऐसा कोई दिन नहीं होता, जब यहां किसी गाय की मौत ना होती हो. ऐसे में यहां का प्रबंधन भी गायों के लिए गंभीर नहीं दिखता नजर आ रहा.

भरतपुर की सांवलदास गोशाला, Bharatpur Sanwal Das Gaushala
दलदल में फंसा गोवंश

1.25 करोड़ रुपए सालाना अनुदान का नहीं कोई फायदा
वहीं जब इस मामले को लेकर गोशाला में काम करने वाले मजदूरों से बात की तो उन्होंने ईटीवी भारत को बताया कि बरसात होने से पानी भर गया है. जिससे यहां दलदल हो गया है. उसमे गाय फंस जाती है और उनकी मौत हो जाती है. वहीं दूसरी तरफ नगर निगम के महापौर अभिजीत कुमार ने बताया की गौशाला में गायों की हो रही मौतों की जांच की जाएगी, हालांकि बरसात से बने दलदल के कारण गौवंश की मौत हो रही है. ऐसा प्राथमिक रूप से देखने में आया है. लेकिन निगम कोशिश करेगा की गोशाला के हालत सुधरे.

भरतपुर की सांवलदास गोशाला, Bharatpur Sanwal Das Gaushala
गोशाला में भारी संख्या में गोवंश

पढ़ें- गोशाला में प्रेम सभा का आयोजन, विधायक मदन प्रजापत बोले- गाय की सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं

ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि गोशाला को सरकार अनुदान दिया जाता है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर यहां कोई खास इंतजाम नहीं है. ऐसे में जिम्मेदार अधिकारियों को इस बात पर गौर करना होगा कि आखिर कमी कहां आ रही है. जिससे गोवंश काल का गाल में समा रही है.

भरतपुर. शहर में इन दिनों उद्योग नगर थाना के पास स्थित गोशाला गढ़ी सांवलदास में दलदल के कारण आये दिन गायों की मौत हो रही है. जिसकी तरफ सरकार और जिला प्रशासन दोनों का ही कोई ध्यान नहीं है. जबकि इस गोशाला के लिए करोड़ों रुपए का अनुदान हर वर्ष उपलब्ध दिया जाता है. लेकिन यहां की हालत बहुत खराब है.

भरतपुर की सांवलदास गोशाला में गोवंश की मौत

5 दिन में 25 गायों की मौत
मामला शहर में स्थित गढ़ी सांवलदास गोशाला का है. जहां हजारों की संख्या में गोवंश रहते है, लेकिन बरसात होने से वहां की मिट्टी और गोबर में पानी भरने से दलदल बन गया है. इस दौरान वहां गाय फंस जाती है. जिससे उनकी मौत हो रही है. पिछले पांच दिनों में करीब 25 गोवंश की यहां मौत हो चुकी है. लेकिन उनके बचाव के गोशाला प्रशासन की ओर से कोई खास प्रयास नहीं किए जा रहे है.

भरतपुर की सांवलदास गोशाला, Bharatpur Sanwal Das Gaushala
गोशाला में गायों की मौत

पढ़ें- Exclusive: नंदी गौशाला में 4 और गौवंश ने दम तोड़ा, 1 महीने में करीब 80 से ज्यादा गौवंश की मौत

सांवलदास गोशाला बनी गोवंश की कब्रगाह
यह गोशाला काफी लम्बे चौड़े क्षेत्र में बसी हुई है. जहां भारी संख्या में गोवंश रहता है और अमूमन पुलिस वाले गो तस्करों से गोवंश को छुड़ाकर लाते है, उनको भी यहां इस गौशाला में छोड़ जाते है. जिससे गोवंश की संख्या में यहां काफी इजाफा हो रहा है. वहीं सरकार की ओर से दिए जाने वाले 1.25 करोड़ रुपए सालाना का यहां कोई उपयोग होता नहीं दिखाई दे रहा है. गोशाला में ऐसा कोई दिन नहीं होता, जब यहां किसी गाय की मौत ना होती हो. ऐसे में यहां का प्रबंधन भी गायों के लिए गंभीर नहीं दिखता नजर आ रहा.

भरतपुर की सांवलदास गोशाला, Bharatpur Sanwal Das Gaushala
दलदल में फंसा गोवंश

1.25 करोड़ रुपए सालाना अनुदान का नहीं कोई फायदा
वहीं जब इस मामले को लेकर गोशाला में काम करने वाले मजदूरों से बात की तो उन्होंने ईटीवी भारत को बताया कि बरसात होने से पानी भर गया है. जिससे यहां दलदल हो गया है. उसमे गाय फंस जाती है और उनकी मौत हो जाती है. वहीं दूसरी तरफ नगर निगम के महापौर अभिजीत कुमार ने बताया की गौशाला में गायों की हो रही मौतों की जांच की जाएगी, हालांकि बरसात से बने दलदल के कारण गौवंश की मौत हो रही है. ऐसा प्राथमिक रूप से देखने में आया है. लेकिन निगम कोशिश करेगा की गोशाला के हालत सुधरे.

भरतपुर की सांवलदास गोशाला, Bharatpur Sanwal Das Gaushala
गोशाला में भारी संख्या में गोवंश

पढ़ें- गोशाला में प्रेम सभा का आयोजन, विधायक मदन प्रजापत बोले- गाय की सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं

ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि गोशाला को सरकार अनुदान दिया जाता है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर यहां कोई खास इंतजाम नहीं है. ऐसे में जिम्मेदार अधिकारियों को इस बात पर गौर करना होगा कि आखिर कमी कहां आ रही है. जिससे गोवंश काल का गाल में समा रही है.

Intro:स्पेशल स्टोरी


Body:भरतपुर_17-01-2020
एंकर - भरतपुर में इन दिनों उद्योग नगर थाना के पास स्थित गौशाला गढ़ी सांवलदास में दलदल के कारण आये दिन गायों की मौत हो रही है जिसकी तरफ सरकार व् जिला प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है जबकि इस गौशाला के लिए करोड़ों रूपये का अनुदान हर वर्ष उपलब्ध दिया जाता है |
मामला शहर में स्थित गढ़ी सांवलदास गौशाला का है जहाँ हजारो की संख्या में गौवंश रहता है लेकिन वरसात होने से वहां पड़ी मिटटी और गोवर में पानी भरने से दलदल बन गया है जहाँ गाय रहती है और वे उस मिटटी गोवर के दलदल में फंस जाती है जिससे उनकी मौत हो रही है लेकिन उनके बचाव के प्रयास नहीं किये जा रहे है जबकि गाय को धार्मिक आधार पर पूजनीय माना जाता है |
यह गौशाला काफी लम्बे चौड़े क्षेत्र में बसी हुई है जहाँ भारी संख्या में गौवंश रहता है और अमूमन पलिस वाले जो तस्करों से गौवंश को छुड़ाकर लाते है उनको यहाँ इस गौशाला में छोड़ जाते है जिससे गौवंश की संख्या में यहाँ काफी इजाफा हो रहा है |
इस मामले को लेकर गौशाला में काम करने वाले मजदूरों ने बताया की वरसात होने से पानी भर गया है जिससे यहाँ दलदल हो गया है उसमे गाय फंस जाती है और उनकी मौत हो जाती है | वहीँ दूसरी तरफ नगर निगम के महापौर अभिजीत कुमार ने बताया की गौशाला में गायों की हो रही मौतों की जांच की जाएगी हालाँकि वरसात से बने दलदल के कारण गौवंश की मौत हो रही है ऐसा प्राथमिक रूप से देखने में आया है लेकिन निगम कोशिश करेगा की गौशाला के हालत सुधर सके | 


Conclusion:दलदल में फंसने से गौशाला में रोजाना हो रही है गौवंश की मौत/दलदल में फंसने से पांच दिनों में करीब 25 गौवंश की हुई मौत
बाइट -मजदूर गौशाला
WT गोशाला से
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.