भरतपुर. जिले में गौतस्करों (Cow smuggling in Bharatpur) के हौसले बुलंद हैं. हालात ये हैं कि गौतस्कर आए दिन पुलिस पर फायरिंग कर रहे हैं. सिर्फ जनवरी माह की बात करें तो दो बार गौतस्कर पुलिस पर फायरिंग कर चुके हैं. गौतस्करी के मामले में भरतपुर जिला पूरे प्रदेश में टॉप पर है. बीते तीन साल में पुलिस ने 243 कार्रवाई कर सैकड़ों गायों को मुक्त करा चुकी है.
एक सप्ताह में दो बार फायरिंग
जनवरी महीने में एक सप्ताह में गौतस्कर दो बार पुलिस पर फायरिंग कर फरार हो चुके हैं. 8 जनवरी को कामां क्षेत्र में गौतस्करों और गौरक्षक आमने सामने हो गए. पुलिस ने गौतस्करों का पीछा किया तो फायरिंग कर गोवंश से भरी गाड़ी छोड़कर फरार हो गए. इसी तरह 13 जनवरी को सीकरी थाना पुलिस ने दो गाड़ियों का पीछा किया. पुलिस को आता देखकर तस्करों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी, जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की. पुलिस ने एक गौतस्कर को गिरफ्तार कर 315 बोर के 3 जिन्दा कारतूस बरामद किया. साथ ही गौवंश मुक्त कराया. शुक्रवार को डीग और शनिवार को कोतवाली थाना पुलिस ने भी गौतस्करों के खिलाफ कार्रवाई की.
तीन साल 243 कार्रवाई
जिले की पुलिस ने बीते 3 वर्ष में पूरे जिले भर में अलग-अलग स्थानों पर गौतस्करों के खिलाफ करीब 243 कार्रवाई (Cow smuggling in Bharatpur) की. पुलिस के आंकड़ों पर नजर डालें तो वर्ष 2021 में जिला पुलिस ने 111 कार्रवाई कर 61 तस्करों को पकड़ा और 1297 गोवंश मुक्त कराए. साथ ही 80 वाहनों को जब्त किया. इसी तरह वर्ष 2020 में 73 कार्रवाई में 35 तस्कर गिरफ्तार किए, 58 वाहन जब्त किए 585 गोवंश मुक्त कराए. जबकि वर्ष 2019 में 59 कार्रवाई में 42 तस्कर गिरफ्तार, 624 गोवंश मुक्त कराकर 43 वाहन जब्त किया.
पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार विश्नोई का कहना है कि जिला पुलिस जिले में गौ तस्करी पर लगाम लगाने के लिए मुस्तैदी से काम कर रही है, यही वजह है कि बीते 3 साल में 243 कार्रवाई कर 2500 से अधिक गोवंश को मुक्त कराया जा चुका है. गौरतलब है कि जिले के मेवात क्षेत्र समेत अन्य क्षेत्रों में आए दिन गौतस्करी की वारदातें होती रहती है. तस्कर जिले से गायों की तस्करी पर हरियाणा और अन्य प्रदेशों में ले जाकर बेचते हैं.