भरतपुर. मुख्य सचिव आर्य ने कहा कि लंबे समय से राजस्थान की कानून-व्यवस्था को पूरे देश में अच्छा (CS Arya on Rajasthan Law and Order) माना जाता है. प्रदेश की पुलिस भी कानून-व्यवस्था को संवेदनशीलता के साथ निपट रही है. हमारा पूरा प्रयास है कि पूरे प्रदेश में सौहार्द न बिगड़े, कानून-व्यवस्था बनी रहे और अपराधों में कमी आए.
आर्य ने कहा कि पूरे उत्तर भारत में राजस्थान एकमात्र ऐसा राज्य है जहां पर एफआईआर दर्ज करने की अनिवार्यता लागू की गई है. जो भी व्यक्ति पुलिस के पास पहुंचेगा उसकी एफआईआर दर्ज करनी होगी. इससे महसूस होता है कि एफआईआर की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का यह व्यापक स्तर पर लोगों को न्याय दिलाने (Rajasthan Government Strategy for People Justice) के लिए उचित कदम है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान के सभी पुलिस थानों में स्वागत कक्ष भी बनवाए हैं. यह भी एक संवेदनशील और उचित निर्णय है. पहले लोगों को थाने में बैठने की जगह नहीं मिलती थी, लेकिन अब लोग वहां जाकर आराम से बैठ सकते हैं. थानों में जाने वाले लोग वहां पर बैठ सकते हैं और बात कर सकते हैं. प्रत्येक व्यक्ति की एक डिग्निटी है.
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2 घंटे देरी से पहुंचे आर्य...
मास्टर आदित्येंद्र सीनियर सेकेंडरी स्कूल में विद्यार्थियों के वैक्सीनेशन के लिए 11 का समय निर्धारित किया गया था. मुख्य सचिव निरंजन आर्य को सुबह 11 बजे पहुंच कर बच्चों का वैक्सीनेशन कार्यक्रम शुरू कर आना था, लेकिन वह दोपहर 1 बजे स्कूल पहुंचे. विद्यार्थियों को सुबह 10 बजे से ही वैक्सीनेशन के लिए बैठा दिया और दोपहर 12.30 बजे तक जब निरंजन आर्य नहीं पहुंचे, तो चिकित्सा विभाग और स्कूल प्रबंधन ने उनके पहुंचने से पहले ही वैक्सीनेशन कराना शुरू कर दिया.
गौरतलब है कि भरतपुर जिले में चिकित्सा विभाग को 2 लाख से अधिक बच्चों के वैक्सीनेशन का लक्ष्य दिया गया है. फिलहाल, चिकित्सा विभाग के पास 50 हजार वैक्सीन पहुंच चुकी है.