भरतपुर. सैनी समाज आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से 12 सितम्बर को आंदोलन की चेतावनी को लेकर बुधवार शाम को पुलिस और जिला प्रशासन के आला अधिकारियों एवं सैनी समाज आरक्षण संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों के बीच वार्ता हुई. वार्ता के बाद समाज के मीडिया प्रभारी डीके कुशवाहा ने बताया कि अब समाज और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच इस बात पर सहमति बनी है कि 10 सितंबर को सरकार के प्रतिनिधि और समाज के प्रतिनिधियों के बीच खुले मंच पर वार्ता होगी. 10 सितंबर की वार्ता के बाद यदि समाज और सरकार के प्रतिनिधियों के बीच सहमति बन जाती है तो आरक्षण आंदोलन स्थगित कर दिया जाएगा.
बुधवार को संभागीय आयुक्त कार्यालय में हुई वार्ता सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई. संभागीय आयुक्त कार्यालय में देर शाम को चली वार्ता में जिला प्रशासन के अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि सैनी समाज की मांगों को राज्य सरकार के समक्ष रखा जाएगा. उन्होंने संघर्ष समिति के पदाधिकारियों से आग्रह किया कि आरक्षण की मांग को लेकर समाज अपने आंदोलन कोे शांतिपूर्ण रखे एवं कानून व्यवस्था को बनाए रखे. इस पर समिति के पदाधिकारियों ने शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन किए जाने का भरोसा दिलाया.
खुले मंच पर होगी वार्ता
सैनी समाज के मीडिया प्रभारी डीके कुशवाहा ने बताया कि वार्ता के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों ने आंदोलन की तारीख से पहले एक बार वार्ता करने का सुझाव दिया. इस पर समाज के प्रतिनिधियों ने 10 सितंबर को सरकार के प्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी और समाज के प्रतिनिधियों के बीच खुले मंच पर वार्ता पर सहमति जता दी है.
यदि 10 सितंबर को सरकार के प्रतिनिधियों से समाज के प्रतिनिधियों की सभी बिंदुओं पर सहमति बन जाती है तो 12 सितंबर को होने वाला आरक्षण आंदोलन स्थगित कर दिया जाएगा. यदि वार्ता सफल नहीं रहती है तो 12 सितंबर को सैनी समाज 12 फीसदी आरक्षण की (saini society demand 12 percent Reservation) मांग को लेकर जिले के सहना में रेलवे ट्रैक पर आंदोलन करेगा. वार्ता के दौरान संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा, पुलिस महानिरीक्षक गौरव श्रीवास्तव, जिला कलेक्टर आलोक रंजन आदि मौजूद रहे.