भरतपुर. जिले में हुई बारिश से लोहागढ़ स्टेडियम का हाल बेहाल है. स्टेडियम में चारों तरफ पानी ही पानी भरा हुआ है. पानी भी इतना कि खिलाड़ियों के खेलने के कोर्ट भी पूरी तरह से डूबे हुए हैं. इसका कारण है आसपास की कॉलोनियों का पानी स्टेडियम में आता है और स्टेडियम में पानी का सुचारू रूप से निकास नहीं हो पाता है.
वहीं, स्टेडियम में पानी भरे होने के कारण कोई भी खिलाड़ी खेलने के लिए स्टेडियम में नहीं आ पा रहे हैं. ऐसे में शुक्रवार को स्टेडियम का जायजा लेने के लिए जिला कलेक्टर नथमल और यूआईटी के सचिव उम्मीद लाल मीणा पहुंचे. इस दौरान उन्होंने खेल अधिकारी से स्टेडियम का हाल जाना.
बता दें कि लोहागढ़ स्टेडियम सैकड़ों साल पुराना है. इस स्टेडियम पर जिले के खिलाड़ी खेलने के लिए आते हैं, लेकिन इन दिनों सभी खिलाड़ी की प्रैक्टिस बंद है. क्योंकि खिलाड़ियों के कोर्ट पानी में डूबे हुए हैं. इसका एक मुख्य कारण ये भी बताया जा रहा है कि आसपास के इलाके काफी ऊंचे हो चुके हैं और स्टेडियम का इलाका काफी नीचे है. जिसकी वजह से आसपास का सारा पानी स्टेडियम में आकर भर जाता है.
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स्टेडियम के निरीक्षण के बाद जिला क्लेक्टर नथमल डिडेल ने कहा कि स्टेडियम का इलाका आसपास के इलाके से काफी नीचा है. जिसके कारण स्टेडियम में पानी भर जाता है, लेकिन योजनाओं के माध्यम से स्टेडियम के पानी को निकलवाया जाएगा, जिससे दोबारा खिलाड़ी खेलने के लिए स्टेडियम में आ सके.