भरतपुर. साधु संतों की ओर से आदिबद्री धाम और कनकांचल पर्वत क्षेत्र में अवैध खनन के खिलाफ आंदोलन के समर्थन (Protest against Illegal Mining) में गुरुवार को भाजपा पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट के सामने धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान भाजपा पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट परिसर में घुसने का प्रयास किया. पुलिस के रोकने पर भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों के बीच धक्का-मुक्की हो गई. वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ शैलेश सिंह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार को हिंदू विरोधी सरकार करार दिया.
गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी की ओर से कलेक्ट्रेट के बाहर धरना प्रदर्शन किया जा रहा था. यह धरना प्रदर्शन साधु संतों के अवैध खनन के खिलाफ आंदोलन के समर्थन में किया जा रहा था. इसी दौरान भाजपा कार्यकर्ता धरना स्थल से खड़े होकर कलेक्ट्रेट परिसर में घुसने का प्रयास करने लगे. लेकिन यहां पर पहले से मौजूद पुलिस जाप्ते ने कार्यकर्ताओं को घुसने से रोक दिया. ऐसे में पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की हो गई, जो थोड़ी देर बाद समझाइश के साथ शांत हो गई.
धरना स्थल पर मौजूद भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ शैलेश सिंह ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि गहलोत सरकार हिंदू विरोधी सरकार है. यह सरकार हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कोई भी मौका नहीं छोड़ती. ये हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए बार-बार मौका तलाशते हैं और उसका पूरा फायदा उठाते हैं. डॉ शैलेश सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बृज की धरोहर को बचाने या नहीं बचाने को लेकर अपनी स्पष्ट राय देनी चाहिए. उन्होंने बताया कि भाजपा की एक कमेटी भरतपुर आएगी और पूरे मामले की पड़ताल करेगी. उसकी रिपोर्ट प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों को भेजी जाएगी और उनके निर्देश के आधार पर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी.