भरतपुर. नगर निगम के कार्यकाल के 5 वर्ष पूरे होने वाले हैं. बुधवार को नगर निगम बोर्ड की अंतिम बैठक आयोजित की गई. जिसमें सदन में उस समय हंगामा हो गया जब वार्ड नंबर 36 से भाजपा पार्षद जितेंद्र कौर ने अपना भाषण देते हुए सदन में बैठे सभी पार्षदों को कुत्ता और उल्लू कह डाला.
उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत एक कविता बोलकर शुरू की. और कविता में सदन में बैठे हुए सभी पार्षदों को कुत्ता, उल्लू की संज्ञा दे डाली क्योंकि पार्षद के अनुसार सदन में विगत 5 वर्षों से सभी पार्षद कुत्तों की तरह झगड़ते रहे हैं. महिला पार्षद के मुताबिक वे लोग विकास कार्यों पर चर्चा नहीं होने देते हैं. जिससे शहर का विकास अवरुद्ध पड़ा है. पार्षद द्वारा सभी पार्षदों को कुत्ता कहने पर सदन में हंगामा खड़ा हो गया.
सभी पार्षदों ने कुत्ता कहने वाली पार्षद को सदन से माफी मांगने या सदन से बाहर निकालने की मांग को लेकर हंगामा कर दिया. जहां पार्षद ने माफी मांगने की बजाय सदन से बाहर चले जाना ही उचित समझा और सदन को छोड़कर चली गई. दरअसल पार्षद की कविता कुछ इस तरह थी कि "दम भरते है कुछ करने की, न किया और न करने देंगे, हम कुत्तो की तरह झगड़ते है, यहां काठ के उल्लू बैठे हैं, विकास की तो बातें करते है, उत्साहित होकर लड़ते है, पर जब पैर धंसा हो कीचड़ में वो की खाक निश्वार्थ लड़ेंगे वो'.
कुत्ता शब्द संबोधित करने पर पार्षद ने कहा कि उन्होंने सदन में कुछ गलत नहीं बोला बल्कि जो सत्य है वही बोला है क्योंकि सदन में सभी पार्षद लड़ते झगड़ते हैं, इसलिए उनको कुत्ता नहीं तो क्या कहा जाए. जब महिला पार्षद ने कुत्ता कहा तो उसके खिलाफ सदन में हंगामा हो गया.
पढ़ें: अजमेर : राज्यसभा में तीन तलाक बिल पारित होने के बाद भी मुस्लिम समाज में नजर आया असंतोष
सभी पार्टियों की महिला पार्षद भी कुत्ता कहने वाली महिला पार्षद के समर्थन में आ गई. वही मेयर शिव सिंह भोंट ने कहा कि महिला पार्षद ने निजी तौर पर अपशब्द बोले थे और सभी पार्षदों की ओर से विरोध करने पर महिला पार्षद से कहा गया कि या तो वे माफी मांगे या सदन से चली जाए. बता दें कि कुत्ता कहने वाली महिला पार्षद भाजपा की पार्षद है और उन्होंने अपनी ही पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की सरकार में भ्रष्टाचार था इसलिए उनकी सरकार चली गई.