भरतपुर. वेटलिफ्टिंग की राष्ट्रीय खिलाड़ी को राजस्थान राज्य बाल संरक्षण आयोग से बाल विवाह की शिकायत करना महंगा पड़ गया. आयोग से शिकायत करने से खफा पिता और ताऊ ने बालिका और उसकी मां के साथ मारपीट कर दी. पीड़िता की मां बीते 4 दिन से आरबीएम जिला अस्पताल में भर्ती है, लेकिन ना ही पुलिस ही उनकी सुनवाई कर रही है, ना ही राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की ओर से अब तक कोई मदद मिल पाई है. मारपीट की घटना के 4 दिन बाद भी पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल तक नहीं कराया.
बाल विवाह करना चाहते हैं परिजन...
पीड़िता की मां ने बताया कि उसका पति जयप्रकाश और जेठ बेटी का बाल विवाह कराना चाहते हैं. जब इसकी शिकायत राजस्थान राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल से की गई, तो इस बात से पति और जेठ खफा हो गए. पीड़िता की मां का आरोप है कि बुधवार को पति, जेठ, उसके लड़के और जेठानी ने घर में आकर उसकी बेटी और उसके साथ मारपीट की. साथ ही, कागजात, मोबाइल और नकदी छीन कर ले गए. पड़ोसियों ने उसे घायल अवस्था में आरबीएम जिला अस्पताल में भर्ती कराया. जहां उसका बीते 4 दिन से उपचार चल रहा है. पीड़िता ने बताया कि अभी तक ना तो पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की है.
पढ़ें: गोल्ड मेडलिस्ट बेटी लड़ रही 'अपनों' से जंग, पिता कराना चाहता है बाल विवाह...आयोग से मदद की गुहार
अब तक नहीं मिली कोई मदद...
खिलाड़ी की पीड़िता मां ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने राजस्थान राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल को भी दो बार फोन पर सूचित कर दिया. लेकिन, अभी तक उन्हें कोई मदद नहीं मिल पाई है. गौरतलब है कि 22 दिसंबर को राजस्थान राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल भरतपुर दौरे पर आई थी. उस समय जन सुनवाई के दौरान भरतपुर शहर निवासी एक राष्ट्रीय खिलाड़ी नाबालिग बालिका और उसकी मां जबरन बाल विवाह कराने की शिकायत करने उनके पास पहुंची. उस समय अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने पुलिस और स्थानीय प्रशासन को बालिका को सुरक्षा प्रदान करने और बाल विवाह नहीं होने देने के लिए पाबंद किया था, लेकिन उनके जयपुर जाते ही खिलाड़ी और उसकी मां के साथ परिजनों ने मारपीट कर दी.