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भरतपुर: सांभर झील में प्रवासी पक्षियों की मौत के बाद 'घना' में हाई अलर्ट जारी - सांभर में पक्षियों की मौत

राजस्थान की सांभर झील में हुई पक्षियों की मृत्यु के बाद केवला देव नेशनल पार्क में भी अलर्ट घोषित कर दिया गया है. बता दें कि इस बारे में कैबिनेट मंत्री ने भी चिंता जाहिर की है.

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Published : Nov 25, 2019, 3:11 PM IST

भरतपुर. सांभर झील में हुई पक्षियों की मृत्यु के बाद केवला देव नेशनल पार्क में भी अलर्ट घोषित कर दिया गया है. वहीं इस बारे में कैबिनेट मंत्री ने चिंता जाहिर करते हुए बताया कि इस तरह की बीमारी से साल 2005 में उड़ीसा की चिल्का झील में भी पक्षियों की मौत हुई थी.

सांभर झील में पक्षियों की मौत के बाद केवलादेव उद्यान में अलर्ट जारी

उन्होंने कहा कि यह पक्षियों में एक तरह की महामारी जैसी बीमारी है, जिससे पक्षी मर जाते हैं. क्योंकि जो पक्षी मर जाते हैं, उनको खाने से और भी पक्षी बीमार हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार और सम्बंधित विभाग इस बीमारी को देखते हुए अलर्ट पर है और सभी को सजग रहने के निर्देश दिए हैं. वहीं अधिकारी भी पक्षियों की मौत और बीमारी के प्रति बेहद सचेत दिखाई दे रहे हैं और सभी अधिकारियों को हर समय सचेत रहने के निर्देश वन विभाग द्वारा दिए गए हैं. इस अवसर पर पक्षी घना उद्यान के अधिकारी ने बताया कि सांभर झील में हुई पक्षियों की मौत को देखते हुए यहां भी सजग रहने के निर्देश मिले हैं.

यह भी पढे़ं : आवासन मंडल ने 35 दिन में बेचे 1010 फ्लैट, अब सीलबंद नीलामी से बेचे जायेंगे मकान

गौरतलब है कि भरतपुर के केवला देव नेशनल पार्क में इस मौसम में प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू हो जाता है, जो गर्मी शुरू होने के साथ वापस चले जाते हैं, लेकिन जिस तरफ से जयपुर की सांभर झील में पक्षियों की मौत हुई है उसके बाद यहां भी अलर्ट घोषित कर दिया है, क्योंकि यहां भारी संख्या में प्रवासी पक्षी हर साल आते हैं.

भरतपुर. सांभर झील में हुई पक्षियों की मृत्यु के बाद केवला देव नेशनल पार्क में भी अलर्ट घोषित कर दिया गया है. वहीं इस बारे में कैबिनेट मंत्री ने चिंता जाहिर करते हुए बताया कि इस तरह की बीमारी से साल 2005 में उड़ीसा की चिल्का झील में भी पक्षियों की मौत हुई थी.

सांभर झील में पक्षियों की मौत के बाद केवलादेव उद्यान में अलर्ट जारी

उन्होंने कहा कि यह पक्षियों में एक तरह की महामारी जैसी बीमारी है, जिससे पक्षी मर जाते हैं. क्योंकि जो पक्षी मर जाते हैं, उनको खाने से और भी पक्षी बीमार हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार और सम्बंधित विभाग इस बीमारी को देखते हुए अलर्ट पर है और सभी को सजग रहने के निर्देश दिए हैं. वहीं अधिकारी भी पक्षियों की मौत और बीमारी के प्रति बेहद सचेत दिखाई दे रहे हैं और सभी अधिकारियों को हर समय सचेत रहने के निर्देश वन विभाग द्वारा दिए गए हैं. इस अवसर पर पक्षी घना उद्यान के अधिकारी ने बताया कि सांभर झील में हुई पक्षियों की मौत को देखते हुए यहां भी सजग रहने के निर्देश मिले हैं.

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गौरतलब है कि भरतपुर के केवला देव नेशनल पार्क में इस मौसम में प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू हो जाता है, जो गर्मी शुरू होने के साथ वापस चले जाते हैं, लेकिन जिस तरफ से जयपुर की सांभर झील में पक्षियों की मौत हुई है उसके बाद यहां भी अलर्ट घोषित कर दिया है, क्योंकि यहां भारी संख्या में प्रवासी पक्षी हर साल आते हैं.

Intro:भरतपुर_25-11-2019

एंकर - प्रदेश की सांभर झील में हुई पक्षियों की मृत्यु के बाद केवलादेव नेशनल पार्क में भी अलर्ट घोषित कर दिया है वही इस बारे में केबिनेट मंत्री ने चिंता जाहिर करते हुए बताया की इस तरह की बीमारी से उड़ीसा की चिल्का झील में भी 2005 में पक्षियों की एक बार मौत हुई थी और यह पक्षियों में एक तरह की महामारी जैसी बीमारी है जिससे पक्षी मर जाते है क्योंकि जो पक्षी मर जाते है उनको खाने से और भी पक्षी बीमार हो जाते है व् यहाँ से वहां पक्षी जाते रहते है इसलिए यह बीमारी सभी में एक तरह से फ़ैल जाती है | प्रदेश सरकार और सम्बंधित विभाग इस बीमारी को देखते हुए अलर्ट है और सभी को सजग रहने के निर्देश दिए है व् सरकार भी पूरा प्रयास कर रही है |
वही अधिकारी भी पक्षियों की मौत और बीमारी के प्रति बेहद सचेत दिखाई दे रहे है और सभी अधिकारीयों को हर समय सचेत रहने के निर्देश वन विभाग द्वारा दिए गए है |
गौरतलब है की भरतपुर के केवलदेव नेशनल पार्क में इस मौसम में प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू हो जाता है जो गर्मी शुरू होने के साथ बापस चले जाते है लेकिन जिस तरफ से जयपुर की सांभर झील में पक्षियों की मौत हुई है उसके बाद यहाँ भी अलर्ट घोषित कर दिया है क्योंकि यहाँ भारी संख्या में प्रवासी पक्षी हर वर्ष आते है और पैदा करने के बाद अपने बच्चों को गर्मी शुरू होते ही ले जाते है क्योंकि उनके देश में इस मौसम में बर्फ जम जाती है इसलिए वहां के पक्षी यहाँ आ जाते है और अपना व् अपने बच्चों का पोषण करते है |
इस अवसर पर पक्षी घना उधान के अधिकारी ने बताया की सांभर झील में हुई पक्षियों की मौत को देखते हुए यहाँ भी सजग रहने के निर्देश मिले है |
बाइट - विश्वेन्द्र सिंह,पर्यटन व् देवस्थान मंत्री,राजस्थान सरकार
बाइट -महेश शर्मा,रेंजर,केवलादेव राष्ट्रीय पक्षी उधान भरतपुर Body:सांभर में पक्षियों की मौत के बाद केवलादेव उधान में अलर्ट जारी Conclusion:
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