कामां (भरतपुर). जिले के कामां क्षेत्र के जुरहरा थाना इलाके के गांव सौनोखर निवासी दो भाइयों को नीम हकीम से गुटखा छोड़ने की दवा लेन भारी पड़ गया. जहां एक भाई ने तो अपनी जान गवा दी और दूसरा भाई जिंदगी और मौत के बीच लड़ाई लड़ रहा है. वहीं मृतक के शव को जुरहरा के अस्पताल में रखवा कर चिकित्सकों से पोस्टमार्टम कराया गया है. पोस्टमार्टम के बाद जुरहरा थाना पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
मृतक के भाई लोकेश कुमार ने बताया कि उसके भाई इंद्रजीत और बद्रीप्रसाद मंगलवार को नीम हकीम हमीदा निवासी चानीय से गुटका छोड़ने की दवा लेकर आए थे. जिसके बाद बुधवार सुबह दोनों भाइयों ने दवाई का सेवन किया. दवा लेने के कुछ देर बाद ही दोनों की तबीयत बिगड़ने लगी उन्हें उल्टियां होने लगी.
पढ़ें- भरतपुर: नाबालिग से दुष्कर्म का मामला, आरोपी को 10 साल की सजा...90 हजार जुर्माना
तबीयत बिगड़ने पर उन्हें पलवल इलाज के लिए लेकर जा रहे थे कि इद्रजीत ने रास्ते में दम तोड़ दिया, जबकि बद्रीप्रसाद पलवल के एक निजी अस्पताल में भर्ती है. जो जिंदगी और मौत के बीच लड़ाई लड़ रहा है. परिजन मृतक के शव को जुरहरा अस्पताल लेकर आए और पुलिस को इसकी सूचना दी गई है. पुलिस ने अस्पाल पहुंचकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कर दी है.