भरतपुर. राज्य सरकार की ओर से आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने के लिए अब एक और कदम उठाया जा रहा है. अब राज्य सरकार प्रदेशभर में भरतपुर के पूंछरी का लौठा समेत 14 वैलनेस सेंटर स्थापित करने जा रही है.
इन केंद्रों पर आयुर्वेदिक के साथ ही प्राकृतिक चिकित्सा और योग से उपचार भी किया जाएगा. इसके लिए राज्य सरकार ने आयुर्वेद विभाग को आदेश जारी कर दिए हैं. साथ ही वैलनेस सेंटर स्थापित करने के लिए जमीनों की तलाश भी शुरू कर दी गई है.
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यहां-यहां स्थापित होंगे वैलनेस सेंटर
आयुर्वेद विभाग के सहायक निदेशक सतीश तिवारी ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से प्रदेशभर में पर्यटन और धार्मिक महत्व के 14 स्थानों पर वैलनेस सेंटर और युवा केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं. इनमें भरतपुर में पूंछरी का लौठा स्थान का चयन किया गया है. प्रदेश में माउंट आबू- सिरोही, खाटू श्यामजी - सीकर, पुष्कर - अजमेर, देशनोक- बीकानेर, घाटा मेहंदीपुर - करौली, आमेर - जयपुर, सरिस्का - अलवर, मंदफिया - चितौड़गढ़, जीण माता - सीकर, नाकोड़ा - बाड़मेर, लोहार्गल - झुंझुनूं, रणकपुर - पाली और नाहरगढ़ - पाली को शामिल किया गया है.
वैलनेस सेंटर परिसर में ही उगाएंगे औषधीय पौधे
आयुर्वेद विभाग के उप निदेशक निरंजन सिंह ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से करीब एक करोड़ 21 लाख रुपए की लागत से यह वैलनेस सेंटर और योगा केंद्र स्थापित किया जाएगा. इस सेंटर पर आयुर्वेदिक, प्राकृतिक चिकित्सा और योग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. साथ ही वैलनेस सेंटर परिसर में ही औषधीय पौधों का बगीचा भी विकसित किया जाएगा. इन पौधों का उपचार में उपयोग किया जाएगा.
10 हजार वर्ग फीट जमीन में स्थापित होगा केंद्र
सहायक निदेशक सतीश तिवारी ने बताया कि वैलनेस सेंटर के लिए राज्य सरकार के निर्देशानुसार 10 हजार वर्ग फीट जमीन की आवश्यकता है. इसके लिए विभाग की ओर से पूंछरी का लौठा में जमीन देख ली गई है. जमीन के लिए विभाग की ओर से जिला कलक्टर को पत्र लिख दिया गया है और कलक्टर की ओर से स्थानीय प्रशासन को निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं. जल्द ही जमीन की स्वीकृति मिलते ही वैलनेस सेंटर निर्माण का कार्य शुरू करा दिया जाएगा.
बता दें कि पूंछरी का लौठा भरतपुर का धार्मिक और पर्यटन स्थल है. ऐसे में यहां पर वैलनेस सेंटर और योग केंद्र स्थापित होने से पर्यटकों को आयुर्वेदिक, प्राकृतिक और योग चिकित्सा का लाभ मिल सकेगा.