अलवर. शहर में गुलाब बाग निवासी एक युवक रोहित की संदिग्ध मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है. मृतक के परिजनों का आरोप कि साधू के भेष में किसी शख्स ने उसे प्रसाद में ऐसा प्रसाद मिलाकर खिला दिया जिससे उनका बीमार बीमार पड़ा व इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
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अलवर के गुलाब बाग निवासी राजेश गुप्ता ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि 24 दिसंबर को दोपहर 2 बजे उसका 34 वर्षीय बेटा रोहित खंडेलवाल अपने दोस्तों से मिलने के लिए बाइक पर भगत सिंह सर्किल जा रहा था. रास्ते में बस स्टैंड के पास उसे साधु के भेष में एक व्यक्ति मिला. उसने रुकने का इशारा किया तो रोहित रुक गया. सिर पर हाथ फेरते हुए उस व्यक्ति ने रोहित से कहा कि उसकी तबीयत खराब है. वो उसे आड़ापाड़ा मंदिर के पास छोड़ दे तो भला हो जाएगा.
बीमार इंसान समझ कर रोहित ने उसकी मदद की. व्यक्ति को बाइक पर आड़ापाड़ा क्षेत्र में छोड़ा, वहां पहुंचने पर उस व्यक्ति ने रोहित को प्रसाद देकर खाने के लिए कहा. इस पर रोहित ने प्रसाद खा लिया. उसके बाद उस व्यक्ति ने रोहित से पैसे मांगे. लेकिन. उस समय रोहित के पास पैसे नहीं थे. उसने मना कर दिया, उस व्यक्ति ने कहा कि सीधे अपने घर जाना. घर पहुंचने के बाद रोहित की तबीयत खराब होने लगी. इस पर रोहित ने अपने परिजनों को पूरी जानकारी दी व पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया.
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परिजनों ने इलाज के लिए रोहित को अस्पताल में भर्ती कराया. गंभीर हालत होने पर उसे जयपुर रेफर कर दिया गया. जयपुर में इलाज के दौरान रोहित की मृत्यु हो गई. मामले की जानकारी परिजनों को दी गई. वहीं परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने एफ आई आर दर्ज करते हुए साधु के भेष धारी लोगों की तलाश शुरू कर दी है.
वहीं राजेश गुप्ता का कहना है कि रोहित उसका इकलौता बेटा था. उसके तीन संतान थी, अब दो रह गई हैं. एक बेटी की शादी हो गई और एक बेटी अभी अविवाहित है. रोहित की 2016 में शादी हुई थी. उसके दो साल बाद एक बेटा हुआ. रोहित एक निजी बैंक में डिप्टी मैनेजर के पद पर कार्यरत था. छुट्टी के दौरान अलवर आया हुआ था. वहीं पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.