अलवर. शहर में शराब के ठेके खोलने के दौरान आबकारी विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत सामने आ रही है. 200 फुट रोड पर एक निजी स्कूल के सामने शराब का ठेका खोल दिया (Wine shop protest in Alwar) गया. स्थानीय लोगों ने विरोध किया तो आबकारी विभाग के अधिकारी ठेका बंद कराने की जगह उल्टा जबरन ठेका खुलवाने में जुट गए.
इसी तरह का एक मामला गुरुवार को शहर के बीचोंबीच सामने आया. नयाबास चौराहे के पास मंदिर के सामने शराब की दुकान खोली जा रही है. स्थानीय लोगों को इसकी जानकारी हुई, तो इसका विरोध शुरू किया गया. बड़ी संख्या में महिलाएं धरने पर बैठ गईं. महिलाओं ने कहा कि मंदिर के सामने शराब का ठेका नहीं खुलने दिया (Protest of wine shop in Alwar) जाएगा. शराब का ठेका खुलने से असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहेगा. मंदिर में सुबह शाम महिलाएं व लोग पूजा करने के लिए आते हैं. इसके अलावा मंदिर के पास सार्वजनिक नल है. जहां आसपास एरिया की महिलाएं पानी भर्ती हैं. शराब का ठेका खुलने से युवती व महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं बढ़ेगी.
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लोगों ने आबकारी विभाग के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि आबकारी विभाग के अधिकारी ठेका संचालकों से मिलीभगत करके गलत तरह से ठेके खुलवाने में लगे हैं. जिन जगहों पर पहले कभी देखा नहीं था. उन जगहों पर भी ठेके आवंटित कर दिए गए हैं. गोदाम संचालक भी खुलेआम अवैध रूप से शराब बेच रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब तक मंदिर व स्कूलों के सामने चलने वाले ठेके बंद नहीं होंगे स्थानीय लोग विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे. प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है. नियमों का उल्लंघन करके आबकारी विभाग निजी स्वार्थ के चलते ठेका खोलने में लगे हुए हैं.