अलवर. शहर में 90 एमएलडी पानी की आवश्यकता रहती है. जबकि जलदाय विभाग की तरफ से 45 एमएलडी पानी सप्लाई किया जाता है. वैसे तो अलवर में साल भर पानी की किल्लत रहती है. लोगों को पीने के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिलता है. लेकिन गर्मी के मौसम में परेशानी बढ़ जाती है. पुराने मोहल्लों और कॉलोनियों में समय पर पानी सप्लाई नहीं हो पाता है. लगातार पानी के लिए कटौती भी होने लगी है.
कृषि कॉलोनियों में पानी सप्लाई के लिए जलदाय विभाग की तरफ से अमृत योजना के तहत नई पानी की टंकी, नई पानी की पाइप लाइन और ट्यूबेल सहित अन्य इन्फ्राट्रक्चर तैयार करने का काम किया जा रहा है. इस पूरी योजना पर करोड़ों रुपए खर्च हो रहे हैं. जलदाय विभाग के तमाम दावों के बाद भी लोगों को पानी के कनेक्शन नहीं मिल रहे हैं. साथ ही अब तक अमृत योजना का लोगों को कोई फायदा नहीं मिला है. कृषि कॉलोनी में रहने वाले लोगों को पानी के लिए धक्के खाने पड़ते हैं. टैंकरों के भरोसे रहना पड़ता है. परेशान लोगों ने बुधवार को जलदाय विभाग में प्रदर्शन किया और मटकी फोड़ कर अपना विरोध जताया.
यह भी पढ़ें: सिवाना की जनता को पानी की समस्या से जल्द ही मिलेगी निजात: राजस्व मंत्री हरीश चौधरी
बड़ी संख्या में लोग जलदाय विभाग के अधिकारियों के पास पहुंचे और पानी सप्लाई देने की बात कही. उन्होंने कहा, लोगों ने डिमांड नोटिस जमा कर दिए हैं. लेकिन उसके बाद भी उनको अब तक कनेक्शन नहीं मिला है. अमृत योजना के तहत बनी पानी की टंकी पूरी तरह से खाली है. जलदाय विभाग की तरफ से उन में पानी सप्लाई भी नहीं किया जा रहा है. ऐसे में लीकेज की जांच भी नहीं हो पा रही है. लोगों को मजबूरी में टैंकर से पानी मंगवाना पड़ता है. टैंकर संचालकों ने पैसे बढ़ा दिए हैं. अब एक टैंकर 400 से 500 रुपए का आ रहा है. जबकि कच्ची कॉलोनियों में रहने वाले कुछ लोग खास हैं. गरीब लोग टैंकर से पानी नहीं मंगवा पाते हैं.
यह भी पढ़ें: प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों को पेयजल आपूर्ति पर निगरानी के निर्देश
ऐसे में इन लोगों को आसपास के क्षेत्रों से रिक्शा साइकिल पर पानी के बर्तन भरकर लाने पड़ते हैं. प्रदर्शन कर रहे लोग और पार्षदों ने कहा, इस संबंध में कई बार जलदाय विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया गया है. लेकिन आज तक कोई समाधान नहीं निकला. अगर जल्द ही उन्हें पानी नहीं मिला तो आने वाले समय में वो लोग प्रदर्शन उग्र करेंगे. इस संबंध में फिर चाहे उनको जिला कलेक्टर के पास जाना पड़े या उच्च अधिकारियों के पास हो पीछे नहीं हटेंगे. उन्होंने कहा, प्रशासन व सरकार को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है. सभी व्यक्ति को पानी की आवश्यकता होती है.