अलवर. जिले के केंद्रीय कारागार में पानी संकट गरमा रहा है. पानी की कमी के चलते कारागार में रहने वाले बंदियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इससे कारागार के कामकाज भी प्रभावित हो रहे हैं.
अलवर के केंद्रीय कारागार में इन दिनों 890 बंदी बंद हैं. इसमें 35 महिला बंदी और ट्रांसिट कैंप में बंद विदेशी बंदी भी शामिल हैं. केंद्रीय कारागार में केवल दो सिंगल फेस की बोरिंग काम कर रही है. जबकि कारागार में प्रतिदिन बंदियों को शौचालय, खाना बनाने सहित विभिन्न कार्यों के लिए हजारों- लाखों लीटर पानी की आवश्यकता होती है. पानी की कमी के चलते कई बार बंदी स्नान भी नहीं कर पाते हैं.
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ऐसे में जेल प्रशासन की तरफ से पानी की कमी की जानकारी जिला प्रशासन और जेल मुख्यालय को भी दी जा चुकी है. लेकिन उसके बाद भी आज तक कोई सुधार नहीं हुआ है. जेल प्रशासन की तरफ से टैंकरों से काम चलाया जा रहा है. बढ़ती पानी की समस्या को देखते हुए, जेल परिसर में एक बड़े टैंक का निर्माण भी किया जा रहा है.
वहीं जलदाय विभाग से एक पानी का कनेक्शन लेकर निर्माणाधीन टैंक से जोड़ा जाएगा. जिससे पानी सप्लाई के समय इस टैंक में पानी जमा हो सके और जरूरत पड़ने पर मोटर की मदद से ट्रेन का पानी कारागार की टंकियों में पहुंचाया जा सके. जेल अधीक्षक राजेंद्र सिंह ने कहा पानी की कमी के चलते केंद्रीय कारागार में कई कामकाज प्रभावित हो रहे हैं. हालात खराब होते देख जेल प्रशासन की तरफ से कई व्यवस्थाएं की जा रही हैं. जिससे गर्मी के मौसम में पानी के लिए बंदियों को परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी.