अलवर. शहर के रामगढ़ में सिख समाज के पूर्व ग्रंथी के केश काटने वाले मामले का पुलिस ने खुलासा करते हुए अब तक चार लोगों को गिरफ्तार (Alwar police arrested 4 youths in hair cutting case) किया है. पुलिस के मुताबिक इस घटना को महिला की वजह से अंजाम दिया गया. पुलिस की कार्रवाई के बाद सिख समाज की ओर से बैठक आयोजित की गई. बैठक में पीड़ित गुरबख्श सिंह ने कहा कि वह पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं है. शुक्रवार शाम को रामगढ़ पुलिस ने फरार फारुख (20) निवासी मिलकपुर को गिरफ्तार कर लिया है. अब आरोपी को पुलिस न्यायालय में पेश करेंगी.
पुलिस ने शुरुआत में सांप्रदायिक माहौल खराब करने की धाराओं में मामला दर्ज किया था. जांच के बाद पुलिस ने इस मामले में अब तक चार युवकों को गिरफ्तार किया है. पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने कहा के महिला के चलते इस पूरी घटना को अंजाम दिया (Police Investigation in Alwar) गया. महिला का प्रेमी उसके परिवार को फंसाना चाहता था इसलिए उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर इस घटना की साजिश रच कर बनाकर घटना को अंजाम दिया. उन्होंने कहा कि आरोपी सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ना नहीं चाहते थे.
पुलिस के मुताबिक आराेपी सुंदर ने प्रेम प्रसंग की घटना की रंजिश काे लेकर पूरी योजना बनाई. एसपी तेजस्वनी गाैतम ने बताया कि 21 जुलाई काे सूचना मिली कि पूर्व ग्रंथी गुरुबख्श को मिलकपुर रामगढ़ के रास्ते में राेक लिया और आंखों में मिर्ची डाल दी.
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जुम्मा का नाम क्यों?: आरोपी ने किसी जुम्मा नाम के व्यक्ति को फोन लगाया और उसके निर्देश पर ग्रंथी के केश काट दिए थे. मामले में एसपी ने स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन किया. टीम ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर करीब 50 संदिग्ध लाेगाें से पूछताछ व जांच की. पता चला कि पूर्व ग्रंथी गुरुबख्श सिंह ने गांव अलावड़ा के दलबीर सिंह काे मुंहबाेला भाई बना रखा है. दलबीर सिंह का बेटा सुंदर गांव अलावड़ा से कुछ दिन पहले एक महिला काे भगा ले गया था. पुलिस ने अलावड़ा के जुम्मा सरपंच के सहयोग से महिला काे बरामद किया था. बस यही अदावत का कारण बना और उसके नाम के बहाने कथित तौर पर ग्रंथी को निशाना बनाया गया.
क्या है लव एंगल?: एसपी तेजस्विनी गौतम ने बताया कि मामले का मुख्य आरोपी सुंदर है. वह और एक विवाहिता का पिछले दो साल से अफेयर चल रहा था. महिला सुंदर संग रहना चाहती थी. एक दिन वह सुंदर के साथ भाग भी गई. इस मामले के बाद पुलिस में रिपोर्ट की गई. सरपंच जुम्मा और महिला के देवर ने पुलिस के साथ मिलकर दोनों को बरामद कर लिया था. इसके बाद सरपंच महिला को लेकर उसके पति के पास चला गया. इसी बात से सुंदर नाराज था और वह किसी भी तरीके से जुम्मा और इकबाल को सबक सिखाना चाहता था. वह चाहता था कि दोनों को रास्ते से हटा दे और प्रेमिका को लेकर भाग जाए.
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गुरबख्श नाखुश: पुलिस के खुलासे के बाद रामगढ़ में सिख समाज की तरफ से एक बैठक बुलाई गई. इसमें समाज के सभी लोग मौजूद रहे. इस दौरान पीड़ित ने कहा कि वो पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं है. पुलिस ने अपने खुलासे में जिन युवकों को पकड़ा है, वो दोनों युवक उसके घर के पास रहते हैं. वो दोनों की आवाज पहचानता है और उनको जानता है. घटना के दिन पांच युवक थे. आज पुलिस इस पूरे मामले को नया रूप दे (Police Investigation in Alwar) रही है.
सिख समाज ने इस मामले में रणनीति तैयार की. इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया, जोकि अब वायरल हो रहा है. वीडियो वायरल होने के बाद अलवर पुलिस की जांच व्यवस्था पर एक बार फिर से सवाल उठने लगे हैं. पहले भी कई मामलों में पुलिस की जांच पर सवाल उठ चुके हैं.
पुलिस सवालों में क्यों?: अलवर में तिजारा फाटक ओवरब्रिज पर एक बालिका लहूलुहान हालत में पड़ी मिली थी. शुरुआत में पुलिस ने कहा उसके साथ दुष्कर्म हुआ है. इस मामले पर अलवर पुलिस पूरे देश में बदनाम हुई साथ ही पुलिस की कार्य व्यवस्था पर भी कई सवाल उठे. बाद में पुलिस ने इस पूरे मामले को हादसा बताया. दूसरी ओर हाल ही में गोविंदगढ़ में हनुमान मंदिर के गेट के बाहर मांस के टुकड़े पड़े हुए मिले, इस पर पुलिस ने कहा की जानवर की उल्टी से मांस के टुकड़े वहां पहुंचे हैं. यह मामला भी एक सवाल का विषय बना रहा.
बैठक कर लिया प्रदर्शन का फैसला
सिख समाज व पीड़ित पुलिस के खुलासे से संतुष्ट नहीं है. पुलिस के खुलासे के बाद गुरुवार रात को सिख समाज ने एक बैठक की. इस दौरान आगे की रणनीति तय करते हुए प्रशासन पुलिस व सरकार के खिलाफ विरोध जताने व प्रदर्शन करने का फैसला लिया गया. पीड़ित ने कहा कि यह घटना का खुलासा पूरी तरह से गलत है. जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है वह मेरे घर के आस-पास रहते हैं. उनकी आवाज से मैं उन्हें पहचान सकता हूं. जिन लोगों ने मुझे पकड़ा था वे कोई और थे. घटना के दिन 5 लोग थे जबकि पुलिस चार लोगों के होने की बात कह रही है.