अलवर. सरिस्का बाघ परियोजना एक बार फिर से चर्चाओं में आ गया है. सोमवार सुबह दो वनकर्मी बाघ की मॉनिटरिंग कर रहे थे. इसी दौरान बाघ ST-6 ने शिवपाल नाम के एक बंकर पर हमला कर दिया. शोर मचाने पर बाघ मौके से फरार हो गया.
शिवपाल के साथ गश्त कर रहे एक अन्य वनकर्मी अमर सिंह ने मामले की जानकारी विभाग के उच्चाधिकारियों को दी. इसके बाद सरिस्का की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और घायल वनकर्मी को पास के एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां इलाज के बाद दोपहर में उसे छुट्टी मिल गई. वहीं, दूसरा वनकर्मी सुरक्षित है.
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सरिस्का के डीएफओ सेडूराम यादव ने कहा कि सभी बाघ की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. इसी दौरान सुबह बाघ ने वनकर्मी पर हमला किया. इसके पहले भी बाघ ST-6 कई वनकर्मी एवं अन्य लोगों पर हमला कर चुका है. इसका मुख्य कारण इस क्षेत्र में बढ़ रही बाघों की संख्या को माना जा सकता है. क्योंकि, बाघों में टेरिटरी को लेकर हमेशा संग्राम होता है.
वहीं, यह बाघ एक बार रणथंभौर से बाहर भी निकल चुका है. इसके बाद इसे अलवर शिफ्ट किया गया था. ऐसे में कहीं ना कहीं आगामी दिनों में सरिस्का प्रशासन की परेशानी बढ़ सकती है. इसलिए सरिस्का की तरफ से लगातार इस बाघ की मॉनिटरिंग की जा रही है. अधिकारी ने कहा कि एहतियातन कदम उठाए जा रहे हैं. इसके साथ ही वनकर्मियों को और ज्यादा सावधानी बरतने के लिए कहा गया है.
एक बाघ की मॉनिटरिंग के लिए 2 वनकर्मी
जानकारी के अनुसार सारिस्का में अभी 16 बाघ-बाघिन एवं 4 शावक है, जिनकी मॉनिटरिंग 24 घंटे की जाती है. इसके लिए एक बाघ के लिए दो वनकर्मियों को लगाया गया है. बीते साल में सारिस्का के 4 बाघ के मौत के मामले भी सामने आ चुके हैं.