अलवर. जिले में 22 वर्षीय युवती के साथ उसके ही दोस्त ने अन्य युवकों के साथ मिलकर दुष्कर्म किया. 22 वर्षीय युवती दो साल पहले दसवीं कक्षा की परीक्षा देने के लिए अपने दोस्त के साथ अलवर आई थी.
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परीक्षा के बाद उसका दोस्त युवती को अपने साथ अलवर के एमआईए (MIA) ले गया था. वहां पहले से एक अन्य युवक मौजूद था. यहां आरोपी युवक ने अपने दोस्त के साथ मिलकर एक फैक्ट्री में युवती के साथ दुष्कर्म किया. इस दौरान आरोपियों ने उसका अश्लील वीडियो भी बना लिया. आरोपियों ने इस बारे में किसी को बताने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दी थी.
दो साल बाद युवती के पास पहुंचा वायरल वीडियो
इसके चलते युवती डरी सहमी अब तक चुप रही, लेकिन हाल ही में सोशल मीडिया के माध्यम से युवती का अश्लील वीडियो उसके पास पहुंच गया. यह वीडियो देखकर युवती के पैरों तले जमीन खिसक गई. वो तुरंत अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम के पास पहुंची और पूरी बात बताई.
पुलिस ने तुरंत मामले में कार्रवाई करते हुए 28 जून को अलवर के महिला थाने में एफ आई आर दर्ज की. जिसके बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है. अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने कहा कि इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है. गुरुवार को पीड़िता का मेडिकल हुआ और बयान दर्ज किया गया.
दोस्त ने दिया धोखा
इस पूरे घटना में जिस दोस्त पर युवती ने विश्वास किया था. उसके साथ परीक्षा देने अलवर तक आई, उसी दोस्त ने उसके साथ धोखा किया. अपने दोस्त के साथ मिलकर युवती का गैंगरेप किया साथ ही अश्लील वीडियो भी बनाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया.
दो साल से वायरल वीडियो को रुकवाने का प्रयास
अलवर एसपी ने कहा कि इस वीडियो की पूरी चेन का पता लगाया जा रहा है. उसके बाद वीडियो को रुकवाया जाएगा. इस संबंध में आईटी सेल से भी बातचीत चल रही है. क्योंकि यह वीडियो 2 साल से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
यह भी पता लगाया जा रहा है कि वीडियो किस-किस प्लेटफार्म पर वायरल हुआ है और किन-किन लोगों तक पहुंचा है. इस संबंध में जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है. वीडियो को सोशल मीडिया से हटाने के लिए प्रयास किए जाएंगे.
3 आरोपी हुए गिरफ्तार
अलवर के महिला थाना पुलिस ने युवती के साथ गैंगरेप करने और वीडियो वायरल करने के मामले में 3 आरोपीयों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गैंगरेप करने के मुख्य आरोपी विकास उर्फ विक्की और भुरू जाट को गिरफ्तार किया है. जबकि वीडियो वायरल करने के मामले में गौतम सैनी को आईटी एक्ट और युवती की निजता भंग करने कि धाराओं में गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने बताया कि आरोपीयो ने युवती के साथ 2 जगहों पर गैंगरेप किया था. जिसके बाद अलवर शहर और एमआईए में घटना स्थल का मौका मुआयना किया और नक्शा तैयार किया गया. पीड़िता मालाखेड़ा थाने में मई 2019 में घटना के एक माह बाद मुकदमा दर्ज कराने गई थी, लेकिन पुलिस की ओर से मामला दर्ज नहीं किया गया और ना ही कोई कार्रवाई की गई. यह आरोप एफआईआर में बताया है.
इसकी जांच पुलिस उपाधीक्षक ग्रामीण अमित सिंह को सौपी गई है. सीओ अमित सिंह ने बताया कि मालाखेड़ा थाना पुलिस पर पीड़िता ने रिपोर्ट दर्ज नहीं करने और कोई कार्रवाई नहीं करने के गंभीर आरोप लगाए हैं. पुलिस की लापरवाही की जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर पुलिस कर्मियो के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी.
जल्द हो सकती है 2 लोगों की गिरफ्तारी
इस मामले में पुलिस जल्द और आरोपियों की गिरफ्तारी कर सकती है. लगातार पुलिस टीमें आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश दे रही है. पुलिस ने कहा कि इस मामले में चार मुख्य आरोपी हैं. इनमें से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है दो को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
वीडियो मिलने की बाद कर रहे थे ब्लैकमेल
पुलिस की जांच पड़ताल में सामने आया है कि युवक वीडियो मिलने के बाद पीड़िता को कई अन्य लोग भी ब्लैकमेल कर रहे थे. पुलिस लगातार सभी ब्लैकमेल करने वाले लोगों को पकड़ने का प्रयास कर रही है. पुलिस ने कहा कि इस मामले में उन लोगों को भी गिरफ्तार किया जाएगा. जो पीड़िता को फोन या मैसेज करके ब्लैकमेल कर रहे थे.
पीड़िता ने बताया कि वो परीक्षा देने आई थी. तभी एसएमडी चौराहे पर विकास उर्फ विक्की चौधरी निवासी निठारी, भुरू सिंह जाट निवासी हल्दीना ने उसे किडनैप कर लिया था. किडनैप कर चिकानी रोड एमआईए क्षेत्र में लेकर गए. वहां चौकीदार उनके साथ मिला हुआ था. जहां ले जाकर उसे कुछ पिलाकर उसके साथ गैंगरेप किया गया.
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विकास चौधरी के खिलाफ मई 2019 में मालाखेड़ा थाने में भी गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. पीड़िता ने बताया कि आरोपियों ने उसके साथ बार-बार गैंगरेप किया. आरोपीयो ने 15 जून को यह वीडियो वायरल कर दी. उसके बाद से कई लोग उसे फोन कर ब्लैकमेल कर रहे हैं. पीड़िता ने बताया कि यह घटना अप्रैल 2019 की है.